India News (इंडिया न्यूज़), Manipur Violence: बीते दिनों मणिपुर में उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले में 2 कमांडो की मौत हो गई। ये घटना म्यांमार सीमा के पास की है। जिसे लेकर सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने कहा कि मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह में कल पुलिस कमांडो पर हुए हमले में म्यांमार के कुछ उग्रवादी शामिल हो सकते हैं, लेकिन अभी तक कोई सबूत नहीं मिले है। राज्य की राजधानी इंफाल से 110 किमी दूर मोरेह में कल कार्रवाई में दो कमांडो मारे गए। इसमे दो दिनों में मरने वालों की संख्या सात हो गई है और नौ घायल हो गए।
कुकी उग्रवादियों कमांडो चौकियों पर की गोलीबारी
मणिपुर में स्थिति बेहतर नहीं है। तलहटी के पास दो घाटी इलाकों में कल संदिग्ध विद्रोहियों की गोलीबारी में पिता और पुत्र सहित अबतक 5 लोगों की मौत हो गई है। विष्णुपुर में पिता-पुत्र समेत तीन और कांगचुप में एक की गोली मार कर हत्या कर दी गयी। श्री सिंह ने आज संवाददाताओं से कहा, “कल, सुबह-सुबह, बड़ी संख्या में कुकी उग्रवादियों ने तीन स्थानों पर कमांडो चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी।”
कुकी जनजातियों की विरोध प्रदर्शन शुरू होने संभावना
सुरक्षा सलाहकार की टिप्पणियों से पहाड़ियों में कुकी जनजातियों के विरोध प्रदर्शन शुरू होने की संभावना है, जो मणिपुर सरकार पर “स्वयंसेवकों” के खिलाफ क्रूर बल का प्रयोग करने का आरोप लगा रहे हैं, जिनके बारे में कुकी का कहना है कि वे घाटी स्थित बलों के हमलों से अपने गांवों की रक्षा कर रहे हैं।
ऊंचे स्थानों से गोलीबारी कर रहे आतंकवादी
इसे रणनीति में बदलाव की स्वीकारोक्ति के रूप में देखा जा रहा श्री सिंह ने कहा कि कमांडो कम ऊंचाई पर हैं, और आतंकवादी ऊंचे स्थानों से गोलीबारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “वे (कमांडो) चुपचाप बैठे हैं। हमने फैसला किया है कि कमांडो को ऊंचे स्थान पर तैनात किया जाना चाहिए।”
ये भी पढ़े-
- Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले रामलला की मूर्ति की पहली तस्वीर आई सामने
- BRICS: सऊदी अरब ब्रिक्स सदस्यता पर कर रहा विचार, रिपोर्ट का बड़ा दावा