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India News(इंडिया न्यूज), Manipur Violence: मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच दूसरे दिन भी गोलीबारी की घटना सामने आई। जिसके बाद लगभग 8 महीने से चल रही हिंसा के बाद संघर्षग्रस्त राज्य के आसपास के गांवों में दहशत फैल गई। इस बात की जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी।
जानकारी के मुताबिक म्यांमार की सीमा से लगा मोरेह, सुरक्षा बलों और मणिपुर पुलिस कमांडो पर उग्रवादियों के हमलों के बाद हाई अलर्ट पर है। स्थानीय लोगों और सुरक्षा प्रतिष्ठान के लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पहली बार गोलीबारी रविवार की देर रात हुई, जिसके बाद रात को विराम लगा, जिसके बाद सुबह 8.15 बजे से दोपहर 1.30 बजे के बीच एक नई मुठभेड़ हुई। हालांकि रविवार शाम को मोरेह शाम बाजार के पास दो अलग-अलग स्थानों पर सुरक्षा बलों की आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में कम से कम 10 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।
मामले की जानकारी देते हुए मोरेह के हिल ट्राइबल काउंसिल (एचटीसी) की यूनिट 8 (न्यू मोरेह) के अध्यक्ष के मिनलुन टुथांग ने कहा, “सोमवार की गोलीबारी न्यू मोरेह, लांगकिचोई और सियोन वेंग में तीन स्थानों पर हुई। आतंकवादी खुद को सुरक्षा बल बता रहे थे और उन्होंने मेरे सहित कुकी गांवों पर गोलीबारी की। गोलीबारी शुरू होते ही करीब 200 ग्रामीण अपने घर छोड़कर चले गये. हम वर्तमान में शहर के दूसरे हिस्से में एक इमारत में रह रहे हैं। हमें बताया गया है कि गोलीबारी बंद हो गई है लेकिन हम गोलीबारी में फंसना नहीं चाहते इसलिए हम वापस नहीं लौट रहे हैं।”
वहीं जिले में कुकी के लिए एक प्रमुख समूह, कुकी इनपी तेंगनौपाल के प्रवक्ता कैखोलाल हाओकिप ने बताया कि गांव के स्वयंसेवक मोरेह में कमांडो चौकियों को निशाना बना रहे हैं, क्योंकि मणिपुर पुलिस कमांडो पक्षपाती हैं और कुकी-ज़ो आदिवासियों की हत्या में शामिल हैं। कई मैतेई उग्रवादी समूह भी खुद को कमांडो या सुरक्षा बलों के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं और कुकी गांवों पर हमला कर रहे हैं।
बता दें कि पिछले साल मई में पूर्वात्तर राज्य मणिपुर में तो समुदायों के बिच हिंसा की बड़ी घटनाएं हुई थी। बार-बार भड़कने वाली हिंसा भड़कने के चलते करीब 200 से अधिक लोगों की जान चली गई। वहीं हजारों घरों को आग के हवाले कर दिया गया।
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