संबंधित खबरें
‘नहीं हटाउंगी बुर्का’ हाईकोर्ट के जज से भिड़ गई मुस्लिम महिला वकील, जब मंगवाई गई रिपोर्ट तो…
PM Modi ने दे दिया नए साल का तोहफा, मोबाइल यूजर्स को मिली बड़ी खुशखबरी, इस फैसले का 150 मिलियन ग्राहकों को मिलेगा फायदा
अटल बिहारी वाजपेयी का लोहा मानते थे पंडित नेहरू, धुर विरोधी को घोषित कर दिया था प्रधानमंत्री, दिल जीत लेगी उस दौर की राजनीति
अंतरिक्ष में ISRO की ऐतिहासिक छलांग, मुंह ताकेंगे अमेरिका, चीन और रूस, PAK की छाती पर भी लोटेगा सांप
मैं अविवाहित पर कुंआरा नहीं हूं…, कौन थी वो खूबसूरत आंखों वाली लड़की जिसके प्यार में दिवाने थे वाजपेयी, जानें कैसे हुआ एक महान प्रेम कहानी का अंत
कितना कमाती थी Atul Subhash की पत्नी? होश उड़ा देंगी निकिता सिंघानिया की काली करतूतें, केस में आया नया मोड़
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Manishankar Iyer on iTV Network: भारतीय की राजनीति तेजी से करवट बदल रही है। सबकुछ बदल रहा है। राज भी परिवर्तित हो रहा है और नीति भी बदल रही है। इस स्थिति में देश की सबसे बड़ी व पुरानी पार्टी कांग्रेस की चर्चा के बिना कुछ अधूरा सा है। इसी क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर का कहना है कि पार्टी में गांधी परिवार के अलावा किसी की भी स्वीकृति नहीं है।
अय्यर ऐसे व्यक्ति हैं, जो डिप्लोमेट भी रहे लेखक भी है। देश-दुनिया के बारे इंदिरा युग से लेकर के आज मोदी कहे या राहुल गांधी तक को जानते समझते रहे। श्री अय्यर (Manishankar Iyer on iTV Network) से इंडिया न्यूज और दैनिक आज समाज के संपादकीय निदेशक आलोक मेहता की लंबी बातचीत हुई। प्रस्तुत है उसके कुछ संपादित अंश।
अय्यर ने कहा कि 30-35 साल के थे तो इसलिए उनकी राजनीति को हमने काफी करीब से देखे। लेकिन वो जो आज के दिन बड़े जोर से बोलते है कि चुनाव होने चाहिए। उनमें से एक तैयार नहीं था अपनी उम्मीदवारी का भी ऐलान करने का छोड़िये कि चुनाव लड़ेगा या नहीं। तो इस परिस्थिति में हम सबको पता है कि गांधी परिवार के अलावा और कोई पार्टी को नहीं चला सकता है क्योंकि और कोई भी स्वीकृत नहीं होगा।
कांग्रेस के कार्यकर्ता को लेकिन आज के दिन जबकि जिनका नामंकन हुआ है वो नहीं जानते कि उन्होंने कुछ गड़बड़ी की तो निकाले जाएंगे या रखे जाएंगे तो लाजिमी है कि सब लोगों का सोच समेटते नहीं है और हमारे जैसे आम कार्यकर्ता जो हैं। हमें कुछ बोलने का मौका नहीं मिल सकता है क्योंकि चंद लोगों को चुन कर बोलने का मौका दिया जाता है। इससे भी ज्यादा मुझको लगता है कि हमें अपनी विचारधारा पर विचार करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि देश में माहौल इतना बदल गया है कि हमें सबसे पहले दिखाना है कि हम हिंदू हैं और उसके बाद ही हम हिंदुत्व का मुकाबला कर सकते हैं। अब एक हद तक वोट पाने के लिए इनका कहना ठीक है लेकिन चुनाव जीतने के लिए मेरे नजरिए में ये रास्ता नहीं बन सकता क्योंकि यदि आपने हिंदू बनने का काम हमारी राजनीति में सबसे ज्यादा प्राथमिकता दोगे तो तब बीजेपी हमसे बहुत ज्यादा आगे बढ़ चुका है और वो कहेंगे कि आप नकल नहीं निकाल रहे आप नकली हैं।
सलमान खुर्शीद की पुस्तक पर विवाद के बाबत अय्यर ने कहा कि मुझ को नहीं लगता कि गलत है। मुझको लगता है कि वो सब हिन्दुओं के बारे में नहीं कह रहे थे और एक ही देयर इज ओनली वन सेनटेन्स पूरे किताब में। अब मैं जो जरा कट्टरपने से कहता कि अकलियतों को हमें सुरक्षा देना है। मेरा कहना है कि जो जजमेंट आया था वो आईजी की तरफ से। उसमें बड़ा अन्याय रहा मुसलमानों के लिए। लेकिन खुर्शीद शाह का कहना है कि इसको अन्याय मत मानिए।
इस विषय को उन्होंने खत्म किया। विषय को उन्होंने खतम किया है और आज हमें देखना है कि जब कि निर्णय हो चुका है और मुसलमानों ने भी इसको मान लिया है कि एक वहां एक मंदिर बनेगी और कोई पांच दस किलोमीटर दूरी पर एक मस्जिद भी बनेगा कि यह काफी है।
Read More: PM’s address on Constitution Day महात्मा गांधी, भीमराव अंबेडकर को दी श्रद्धांजलि
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.