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India news(इंडिया न्यूज़),Maratha Protest:महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया। बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारियों समेत दर्जनों लोग घायल हो गए। एक मीडीया रिपोर्ट के अनुसार जिले की अंबाड तहसील में धुले-सोलापुर रोड पर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस के लाठीचार्य करने से प्रदर्शन कर रहे लोग उग्र हो गए। आंनदोलनकारियों ने कई सारे गाड़ियों में आग लगा दी। खबर आ रही है की इस प्रदर्शन में 42 पुलिसकर्मी घायल हो गए है।
मराठा आरक्षण की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को नंदुरबार, बीड और जालना जिले को बंद करने का आह्वान किया है। बता दे कि सभी प्रदर्शनकारी मराठा आरक्षण के लिए मंगलवार से ही भूख हड़ताल पर है। वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शांति की अपिल की है।
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने 42 पुलिस कर्मियों को घायल कर दिया। वहीं 2 एडिशनल एसपी भी इसमें घायल हो गए। बताया जा रहा है 1 डिप्टी एसपी के भी घायल होने की खबर है । इसके साथ-साथ 17 इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी व अन्य कांस्टेबल की घायल होने की खबर चल रही है।
20 से अधिक गाड़ियां तोड़ी ही गई है।
धुले-जालना हाईवे पर 2 बसें जलाई गईं
अब तक कोई शिकायत नहीं
दंगा नियंत्रक पथक और SRPF बुलाई गई
जालना, बीड और नंदुरबार में जिला बंद का आह्वान
सीएम ने की शांति की अपिल
सामाचार चैनल से बात करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार मराठा को आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है। किसी को हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए। वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने मांग की कि महाराष्ट्र सरकार मराठा आरक्षण पर अपना विचार खुलकर रखें। उन्होंने लाठीचार्य को गलत बताया। राज्य के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी के नेता अनिल देशमुख ने लाठीचार्ज वाले मामले पर दुख जताया है। देशमुख ने एएनआई से बात करते हुए कहा जालना में मराठा आरक्षण के लिए शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे मार्च पर लाठीचार्ज किया गया जो दुखद है, मैं इसका सख्ती से विरोध करता हूं।
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