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India News UP(इंडिया न्यूज) UP Politics: यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक बड़ी घोषणा की है। हरियाणा चुनाव में मिली असफलता के बाद आए इस बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा है की पार्टी अब किसी भी ना तो किसी राज्य स्तर के दल के साथ गठजोड़ करेगी और ना ही कांग्रेस व भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लडेगी ।
कैडर की निराशा बनी वजह
मायावती ने कहा कि उन्होंने यह कदम कार्यकर्ताओं की भावनाओं को देखते हुए उठाया है। फैसले के पीछे का उद्देश्य समर्थकों की निराशा से जोड़ कर देखा जा रहा है. जिसे दूर करने के लिए बीएसपी सुप्रीमो ने यह कदम उठाया। एक नए बदलाव के बाद उम्मीद की जा रही है की पार्टी को नई दिशा मिलेगी।
आई एन एल डी के सहयोगी
आपकों बता दें कि अभी हाल ही में हुए हरियाणा के विधान सभा चुनाव में पार्टी का निराशाजनक प्रदर्शन रहा था. बीएसपी यहां पर आई एन एल डी के सहयोगी के रूप में थी । चौटाला परिवार की यह पार्टी हरियाणा की क्षेत्रीय पार्टी है । जो इस चुनाव के बीएसपी के साथ उतरी थी। गठबंधन यहां केवल 90 में से दो सीट जीतकर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुआ था। इसके तुरंत बाद आए इस फैसले को हरियाणा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है।
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