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India News (इंडिया न्यूज), अजीत मेंदोला, नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी की नई टीम में इस बार बड़ी संख्या में नए चेहरे दिखाई देंगे। इसका कारण यह है कि मोदी सरकार के 16 मंत्री चुनाव हार गए है। ऐसे में इन हारे हुए मंत्रियों की जगह नए सांसद लेंगे। गठबंधन की सरकार में कम से कम 15 से 20 मंत्री पद सहयोगी दलों के हिस्से में जाएंगे। अब देखना यह होगा कि मोदी अपनी तीसरी पारी में बड़ा मंत्रिमंडल बनाएंगे या पिछली बार की तरह संख्या 50 से 55 तक सीमित रखेंगे। यदि ऐसा हुआ तो 30 से 40 नए चेहरे शपथ लेंगे। नए मंत्रिमंडल में राजस्थान से कितने सांसदों को जगह मिलेगी, सभी की निगाहें इसी पर टिकी हुई है।
पिछली बार लोकसभा अध्यक्ष का पद और चार मंत्री राजस्थान से थे। प्रदेश से एक मंत्री कैलाश चौधरी चुनाव हार चुके हैं। वहीं, अर्जुन राम मेघवाल, भूपेंद्र यादव और गजेंद्र सिंह शेखावत चुनाव जीत चुके हैं। जबकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला बड़ी मुश्किल से अपनी सीट निकाल पाए है। राज्य का लोकसभा का चुनाव परिणाम भाजपा के लिए निराशाजनक रहा है। इस स्थिति में इस बार राजस्थान से चार—पांच नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलेगी। वैसे भी विधानसभा का चुनाव साढ़े चार साल बाद होना है। भाजपा को जिस तरह जातीय राजनीति के चलते राजस्थान में हार का सामना करना पड़ा है, उसे देखते हुए किसी जाट नेता को मंत्रिमंडल में लेना ही पड़ेगा। ऐसे में दूसरी बार सांसद बने भागीरथ चौधरी का नंबर लग सकता है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पर भी विचार हो सकता है। बाद में पार्टी उन्हे राज्यसभा में ला सकती है। बाकी सांसदों में देखना पड़ेगा कि किसे मौका दिया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष रहे ओम बिड़ला और पूर्व केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को संगठन में भेजा जा सकता है। जून में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल पूरा हो रहा है तो पार्टी की नई टीम भी बनेगी। जहां तक सवाल है अर्जुन राम मेघवाल और गजेंद्र सिंह शेखावत का तो दोनों को इस बार मंत्रिमंडल में जगह मिलने पर संशय है।
वहीं, एक नाम पीपी चौधरी का सामने आ रहा है, वे केंद्र में मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में क्या उनको फिर मंत्री बनाया जा सकता है। जबकि दुष्यंत सिंह के लिए उनकी मां और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कोशिश करने में लगी है कि किसी भी तरह उनका बेटा एक बार मंत्री बन जाए। हालांकि इन दावेदारों के बीच इस बार राजस्थान से एक या दो को ही मंत्रिमंडल में जगह मिलने की उम्मीद है।
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