India News (इंडिया न्यूज), World Most Corrupt Countries: भ्रष्टाचार, ये शब्द सुनते ही आपके दिमाग में सबसे पहले यही ख्याल आता होगा कि हमारे देश में तो आए दिन ऐसे मामले आते रहते हैं। ऐसे में हमारा देश टॉप पर ही होगा। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि इस सोमालिया, सिंगापुर और स्विट्जरलैंड जैसे देश भी इस लिस्ट में पीछे नहीं हैं। बल्कि वो भी भ्रष्टाचार से कदम से कदम मिला कर चल रहे हैं।
मंगलवार को दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों की एक सूची जारी की गई और पता चला कि अधिकांश देशों ने सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार से निपटने में बहुत कम या कोई प्रगति नहीं की है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा जारी 2023 भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) के अनुसार, सीपीआई वैश्विक औसत लगातार बारहवें वर्ष 43 पर अपरिवर्तित रहा, दो-तिहाई से अधिक देशों का स्कोर 50 से नीचे रहा। सीपीआई ने 180 देशों और क्षेत्रों को सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के कथित स्तर के आधार पर शून्य (अत्यधिक भ्रष्ट) से 100 (बहुत साफ) के पैमाने पर रैंक किया।
विश्व के सबसे कम भ्रष्ट देश
रिपोर्ट में कहा गया है कि डेनमार्क अपनी “अच्छी तरह से काम करने वाली न्याय प्रणालियों” के कारण 90 अंक के साथ लगातार छठे वर्ष सूचकांक में शीर्ष पर रहा।
- 84 के स्कोर के साथ नॉर्वे,
- सिंगापुर (83),
- स्वीडन (82),
- स्विट्जरलैंड (82),
- नीदरलैंड (79),
- जर्मनी (78), और लक्ज़मबर्ग (78) 2023 भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में अन्य सबसे कम भ्रष्ट देश थे।
दुनिया के सबसे भ्रष्ट देश
- सोमालिया 11,
- वेनेज़ुएला (13),
- सीरिया (13),
- दक्षिण सूडान (13), और यमन (16) के स्कोर के साथ 2023 भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में सबसे निचले स्थान पर रहे।
भारत कितने नंबर पर
रिपोर्ट में कहा गया है, “वे सभी लंबे संकटों, ज्यादातर सशस्त्र संघर्षों से प्रभावित हैं।” सूचकांक में सबसे नीचे 172 अंक के साथ उत्तर कोरिया भी शामिल है। वैश्विक भ्रष्टाचार सूचकांक 2023 में भारत 93 वें स्थान पर है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत, 39 के स्कोर के साथ, 2023 के लिए भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में 93 वें स्थान पर है, क्योंकि इसका समग्र स्कोर काफी हद तक अपरिवर्तित रहा। 2022 में भारत का कुल स्कोर 40 था और रैंकिंग 85 थी।
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