India News (इंडिया न्यूज़) Madhya Pradesh Chunav Update 2023 : मध्यप्रदेश, राजस्थान, मिजोरम और छत्तीसग़ढ में चुनाव खत्म हो गया है। अभी तेलंगाना में बाकि है। अब मध्यप्रदेश (MP Chunav 2023) समेत अन्य राज्यों में वोटों की गिनती की तैयारी चल रही है। इसके लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

आपको बता दें कि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। इसके बाद तय हो जाएगा कि अगले पांच साल तक सत्ता पर कौन रहेगा। इसलिए अब सबकी निगाहें वोटों की गिनती पर हैं।

चुनाव ड्यूटी से गायब रहने वाले कर्मचारियों की बढ़ सकती मुश्किलें

इस बीच चुनाव ड्यूटी पर प्रशिक्षण और ड्यूटी से गायब रहने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है। इससे उन कर्मचारियों की परेशानी बढ़ सकती है। चुनाव ड्यूटी और प्रशिक्षण से गायब रहने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है।

इन सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नोटिस देने के साथ ही निलंबन की कार्रवाई भी संभव है। चुनाव से पहले भोपाल में आयोजित प्रशिक्षण में 800 कर्मचारी शामिल नहीं हुए। इससे पहले 100 से अधिक बीएलओ पर कार्रवाई हो चुकी है।

मतपत्र से छेड़छाड़ करने पर नोडल अधिकारी निलंबित

वहीं, डाक मतपत्र से छेड़छाड़ के आरोप में बालघाट में नोडल अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने पूरे मामले पर कलेक्टर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पोस्टल बैलेट पेपर से छेड़छाड़ के आरोप को लेकर कांग्रेस कल देर शाम चुनाव आयोग पहुंची थी।

पोस्टल बैलेट से छेड़छाड़ का कथित वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद कांग्रेस ने सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर कथित तौर पर ‘स्ट्रांग रूम’ से डाक मतपत्र हटाने और अनियमितताएं करने के लिए बालाघाट के जिला मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

230 सीटों पर हुई थी वोटिंग

230 विधानसभा सीटों पर मध्य प्रदेश की एक चरण में वोटिंग हुई। 17 नवंबर को सभी सीटों पर एक साथ वोटिंग हुई थी। सभी राज्यों मे 3 दिसंबर को चुनाव के नतीजो की घोषणा होंगी। इसके बाद तय हो जाएगा कि अगले पांच साल तक मप्र पर शासन कौन करेगा।

मध्य प्रदेश में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग

विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान प्रक्रिया 17 नवंबर को छिटपुट हिंसा के बीच शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। इस बार मतदाताओं ने जोश और उत्साह के साथ मतदान कर रिकार्ड बनाया। इस बार 76।22 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

इस साल की शुरुआत में 5।4 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले थे और मतदान प्रतिशत 75।49 रहा था। इस चुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर हुई, जहां 90।10 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया। इससे पहले 2018 के चुनाव में इस सीट पर 88।35 फीसदी वोटिंग हुई थी।

2018 में मध्य प्रदेश में हुए चुनाव के नतीजे

इससे पहले 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 में से 114 सीटों पर कब्जा किया था, जिसके बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे। वहीं, बीजेपी को 230 में से महज 109 सीट मिली थी।

लेकिन, मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया कुछ विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए और कमलनाथ सरकार गिर गई। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

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