Puja Gupta: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से सटे पुणे में एक हैरान और परेशान कर देने वाला मामला सामने आया है. पुणे में कात्रज-देहू रोड बाईपास पर एक अंडरपास के पास दोपहिया वाहन पर सवार तीन लोगों ने कार में बैठी महिला का पीछा किया. पीछा करने के दौरान आरोपियों ने महिला की कार पर पत्थर फेंके और उसकी खिड़कियां तोड़ दीं. बताया जा रहा है कि कार का पहिया तीनों में से एक के पैर पर चढ़ गया. इसके बाद उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया. चेंबूर की 28 साल वर्षीय महिला की बाईं आंख में हाल ही में गंभीर चोट लग गई. डॉक्टरों की सलाह पर इमरजेंसी सर्जरी करनी पड़ी. महिला ने बताया कि उसकी आंखों की रोशनी अभी तक वापस नहीं आई है. उधर पुलिस ने बताया कि कथित हमलावरों को हिरासत में लिया गया और कानून के मुताबिक नोटिस देकर छोड़ दिया गया है.
पुलिस ने सिर्फ हिदायत देकर आरोपियों को छोड़ा
यह घटना तब हुई जब पुणे में कात्रज-देहू रोड बाईपास पर एक अंडरपास के पास दोपहिया वाहन पर सवार तीन लोगों ने उस कार का पीछा किया जिसमें वह बैठी थी. इस दौरान उस पर पत्थर फेंके और उसकी खिड़कियां तोड़ दीं. आरोप है कि कथित हमलावरों को हिरासत में लिया गया और कानून के मुताबिक नोटिस देकर छोड़ दिया गया. उधर, FIR के मुताबिक 6 दिसंबर को HR प्रोफेशनल पूजा गुप्ता पैसेंजर सीट पर बैठी थीं, जबकि उनके मंगेतर कार ड्राइव कर रहे थे. पुणे जिले के पुनावले में गायकवाड़नगर में अपने मंगेतर के माता-पिता से मिलने के बाद मुंबई लौट रहे थे.
चोट नहीं लगने के बावजूद हिंसक हुए आरोपी
आरोप है कि वापसी में ओवरटेक करते समय कार का टायर कथित तौर पर दोपहिया वाहन पर सवार तीन लोगों में से एक के पैर पर चढ़ गया. किसी को चोट नहीं लगी, लेकिन इससे बहस शुरू हो गई. आरोप है कि उन लोगों ने कपल को गालियां दीं और उनमें से एक ने विंडस्क्रीन पर पत्थर फेंका, जिससे वह टूट गई. कपल डर के मारे गाड़ी भगाकर ले गए, लेकिन पुनावले अंडरपास के पास ट्रैफिक जाम में फंस गए. इस बीच तीनों आरोपियों ने उनका पीछा किया और बाकी खिड़कियां और पीछे की विंडस्क्रीन तोड़ दीं. टूटे हुए शीशे का एक टुकड़ा गुप्ता की बाईं आंख में घुस गया और गंभीर चोट लग गई.
एक हफ्ते बाद भी वापस नहीं आई
इस पर मंगेतर पूजा गुप्ता को चिंचवड़ के एक प्राइवेट अस्पताल में ले गया. डॉक्टरों ने उनकी आंखों की रोशनी बचाने के लिए इमरजेंसी कॉर्नियोस्क्लेरल रिपेयर सर्जरी की. पूजा गुप्ता ने रविवार को TOI को बताया कि सर्जरी के एक हफ्ते से ज़्यादा समय बाद भी उनकी आंखों की रोशनी वापस नहीं आई है. डॉक्टरों का कहना था कि एक सर्जरी काफी होगी, लेकिन उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर मेरी आंखों की रोशनी वापस नहीं आती है तो दूसरी सर्जरी की ज़रूरत पड़ सकती है. उन्हें पक्का नहीं पता कि मेरी आंखों की रोशनी पूरी तरह से वापस आएगी या नहीं क्योंकि आंख में खून जमा हो गया है.
पीड़िता ने किया हत्या के प्रयास का आरोप जोड़ने का अनुरोध
उधर, पीड़िता की शिकायत पर FIR में BNS की धारा 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 125 (लापरवाही या लापरवाही वाले काम जिससे जान या सुरक्षा को खतरा हो), 125 (a) (लापरवाही या लापरवाही जिससे जान या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा हो), 324 (4) (शरारत), और 352 (शांति भंग करने या कोई और अपराध करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) लगाई गई हैं. उधर, पूजा गुप्ता ने कहा कि उन्होंने पुलिस से हत्या के प्रयास का आरोप जोड़ने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं किया गया और गंभीर चोट पहुंचाने के बावजूद आरोपियों को घर जाने दिया गया. पूजा का कहना है कि आरोपियों को इसकी कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए ताकि वे दोबारा किसी को चोट पहुंचाने से पहले दो बार सोचें.