ADVERTISEMENT
होम / देश / असम विधानसभा में मुस्लिम विवाह और तलाक रजिस्ट्रेशन बिल हुआ पेश, विधेयक पर कांग्रेस ने कही ये बात

असम विधानसभा में मुस्लिम विवाह और तलाक रजिस्ट्रेशन बिल हुआ पेश, विधेयक पर कांग्रेस ने कही ये बात

BY: Himanshu Pandey • LAST UPDATED : August 28, 2024, 1:47 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

असम विधानसभा में मुस्लिम विवाह और तलाक रजिस्ट्रेशन बिल हुआ पेश, विधेयक पर कांग्रेस ने कही ये बात

Himanta Biswa Sarma

India News (इंडिया न्यूज), Himanta Biswa Sarma: असम विधानसभा में मंगलवार को मुस्लिम विवाह और तलाक के अनिवार्य पंजीकरण विधेयक पेश किया गया। इस दौरान विपक्षी दलों ने भारी विरोध किया। समान नागरिक संहिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में पेश किए जा रहे इस विधेयक की कांग्रेस ने “जल्दबाजी” में उठाया गया कदम बताकर आलोचना की है, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला।

मुसलमानों में विवाह और तलाक का पंजीकरण अनिवार्य

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि नए कानून के तहत मुसलमानों में विवाह और तलाक का पंजीकरण अनिवार्य किया जाएगा। वर्तमान में सरकार के पास विवाह और तलाक का पंजीकरण पूरी तरह से स्वैच्छिक है। इसलिए पंजीकरण तंत्र बहुत अनौपचारिक है, जिससे गैर-अनुपालन की गुंजाइश बनी रहती है। नए कानून के तहत मुस्लिम विवाह और तलाक का पंजीकरण अनिवार्य होगा। नए कानून के तहत केवल ऐसी शादियों का पंजीकरण किया जाएगा, जिनमें दूल्हे की उम्र कम से कम 21 और दुल्हन की उम्र 18 से कम हो।

बेटी से शादी करने के ल‍िए शख्स ने पत्‍नी को  रास्ते से हटाने ढूंढा तरीका, इतनी बार शराब में म‍िलाया था जहर

सरमा ने कहा कि इससे राज्य में बाल विवाह पर लगाम लगेगी। मौजूदा कानून को निरस्त करने वाला विधेयक पहले ही पेश किया जा चुका है और अब दोनों को विधानसभा से पारित होना है। इस महीने की शुरुआत में उत्तराखंड यूसीसी कानून पारित करने वाला पहला राज्य बना।

सरमा ने कही थी ये बड़ी बात

बता दें कि, असम में भी इसी तरह का कानून लाए जाने के संकेत हैं। विपक्षी दलों ने इस फैसले की आलोचना की है और इसे चुनावी साल में मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने के लिए लाया गया “मुसलमानों के खिलाफ भेदभावपूर्ण” बताया है। सरमा ने यह भी कहा कि उनकी सरकार अप्रैल में विवाह के बारे में एक कानून लाएगी। अगर कोई शादी करना चाहता है, तो उसे छह महीने पहले सरकार को सूचित करना होगा। इसमें अंतर-धार्मिक विवाह भी शामिल होंगे।

PM मोदी का कूटनीत‍िक जवाब! शहबाज को ना तो पुत‍िन को कहा हां, एक तीर से 2 निशाना

Tags:

AssamBJPCongressHimanta Biswa SarmaindianewsMuslimsopposition partiesprotesttrending Newsuniform civil codeअसमइंडिया न्यूजहिमंत बिस्वा सरमा

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT