इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (Muslim Oganizations On PFI Ban) :केंद्र सरकार के पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया (पीएफआई) पर एक्शन का कई मुस्लिम संगठनों ने स्वागत किया है। गौरतलब है कि सरकार ने पीएफआई और इसके सहयोगी आठ संगठनों को पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
इस फैसले पर आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज सहित अन्य मुस्लिम संगठनों ने खुशी जताई है। बता दें कि बीजेपी पसमांदा मुसलमान समुदाय को लेकर कुछ ज्यादा एक्टिव नजर आ रही है। इस तरह की बातें सामने आ रही हैं कि पार्टी अपना वोटर बैंक बढ़ाने के मकसद से पसमांदा पर फोकस कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समुदाय का पहले जिक्र कर चुके हैं।
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पसमांदा मुस्लिम महाज का कहना है कि एनआईए ने पीएफआई पर हाल ही ताबड़तोड़ छापेमारी के दौरान संगठन के गिरफ्तार किए गए सदस्यों से ऐसी सामग्री बरामद की है जिससे साफ है कि ये लोग आतंकी गतिविधियों के साथ ही भारतीय संविधान के विरुद्ध एक्टिविटीज में संलिप्त हैं। बरामद तथ्यों से साफ पता चल गया है कि पीएफआई देश के अंदर ही भाईचारे और सामाजिक सौहार्द के खिलाफ काम कर रहा है।
पसमांदा मुस्लिम समुदाय ने बयान जारी कर कहा है कि पीएफआई के अतिरिक्त अन्य जो भी संगठन समाज सेवा की आड़ में खुद को देशहित के लिए काम करने की दुहाई दे रहे हैं उन्हें कतई देश की संप्रभुता एवं अखंडता के विरुद्ध किसी तरह की एक्टिविटी की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
‘पसमांदा’ फारसी शब्द है और इसका अर्थ ‘पीछे छूटे हुए’ है। मुस्लिम समुदाय में इस शब्द का यूज पिछड़े वर्ग के लिए होता है। आंकड़ों के अनुसार हमारे देश की कुल मुस्लिम आबादी का यह समुदाय 85 फीसदी है। मुखर न रहने व मजबूत नेतृत्व की कमी के चलते राजनीतिक पार्टियों की ओर से इनकी काफी अनदेखी की गई। हालांकि, बीजेपी ने अब इस समुदाय की स्थिति बदलती नजर आ रही है।
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