इंडिया न्यूज़, Delhi News : कांग्रेस नेता राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संबंध में लगभग 14 घंटे की पूछताछ के बाद आधी रात के बाद राष्ट्रीय राजधानी में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय से चले गए।
सूत्रों के मुताबिक, पूर्व कांग्रेस प्रमुख को एजेंसी ने 21 जून को उनके खिलाफ जांच में फिर से शामिल होने के लिए कहा है।

पहले लगातार तीन दिनों तक चली थी पूछताछ

ईडी ने राहुल गांधी से 13 जून से 15 जून तक लगातार तीन दिनों तक 27 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। कांग्रेस नेता को 13 जून को पहली बार मामले में ईडी जांचकर्ताओं के सामने पेश किया गया था। उन्होंने पहले 16 जून को पेशी से छूट मांगी थी, जिसके बाद उन्हें 17 जून को बुलाया गया था। लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने ईडी को पत्र लिखकर अपनी मां सोनिया गांधी की बीमारी का हवाला देते हुए पूछताछ स्थगित करने की मांग की। ईडी ने उसके अनुरोध पर 20 जून को उसे जांच में शामिल होने की अनुमति दी।

इस कारण की जा रही है पूछताछ

सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी से गांधी परिवार द्वारा यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (YIL) के स्वामित्व और नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) में इसके साझाकरण पैटर्न के बारे में पूछताछ की जा रही है। ईडी ने राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी को भी 23 जून को मामले में जांचकर्ताओं के सामने पेश होने के लिए सम्मन भेजे हैं।

राहुल गांधी के पास 75 फीसदी शेयर!

यह भी आरोप लगाया गया है कि एजेएल के 9 करोड़ शेयर (सभी का 99 पीसी) वाईआईएल को स्थानांतरित कर दिए गए हैं और अकेले राहुल गांधी के पास 75 फीसदी शेयर हैं जबकि सोनिया और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस के पास बाकी है।
पीएमएलए के तहत कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए मामला नौ महीने पहले तब दर्ज किया गया था जब निचली अदालत ने भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था।

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