होम / NETFLIX Story: भारत में क्यों पिछड़ा रहा नेटफ्लिक्स, आइए जानते हैं?

NETFLIX Story: भारत में क्यों पिछड़ा रहा नेटफ्लिक्स, आइए जानते हैं?

Suman Tiwari • LAST UPDATED : February 3, 2022, 4:14 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

NETFLIX Story: भारत में क्यों पिछड़ा रहा नेटफ्लिक्स, आइए जानते हैं?

NETFLIX Story

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
NETFLIX Story:
कोई भी व्यापार शुरू करने से पहले हर किसी के दिमाग में यह जरूर होता है कि इसे कितना आगे तक लेकर जाना है। चाहे वो आनलाइन व्यापार हो या आफलाइन। जरा सोचिए जब व्यापार आगे बढ़ने लगता है तो उसी में आपको पछाड़ा जा रहा हो तो आप कैसा महसूस करेंगे। अब यही हालात देश में नेटफ्लिक्स के हो रहे हैं। भारतीयों को ओटीटी प्लेटफॉर्म की लत लगाने वाला नेटफ्लिक्स घटते यूजर्स और बढते काम्पिटिटर को लेकर ज्यादा परेशान है।

बता दें कि दुनिया के 195 देशों में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली कंपनी नेटफ्लिक्स को भारत में मन-मुताबिक सफलता नहीं मिल पा रही है। कंपनी भारतीयों की पहली पसंद बनने के लिए ना जाने कितने तरह के जतन कर रही है, जिसके चलते हाल ही में कंपनी ने भारत में अपना सब्सक्रिप्शन प्राइस भी कम कर दिया है। आज के इस लेख में हम जानेंगे दुनिया भर में 151 मिलियन सब्सक्राइबर वाली नेटफ्लिक्स कंपनी के ब्रांड बनने की कहानी। (Netflix success story)

कैसे आया मार्क रैंडॉल्फ के दिमाग में ये आइडिया?

एक समय की बात है कि नेटफ्लिक्स कंपनी के को-सीईओ और को-फाउंडर रीड हैशटिंग मित्रों के साथ जिम कर रहे थे। इसी समय सभी मित्र आपस में बिजनेस को लेकर बातचीत करने लगे। बातचीत के दौरान उनके दिमाग में एक मूवी प्लेटफॉर्म बनाने का आइडिया आया, जहां लोग एक बार पैसा देकर सालाना सब्सक्रिप्शन लेने के बाद अपने पसंद की फिल्म साल भर देख सकें। यह आइडिया मार्क रैंडॉल्फ के सभी मित्रों को पसंद आया। इसके बाद शुरू हुई नेटफ्लिक्स बनने की कहानी।

कैसे शुरू हुई NETFLIX की कहानी

साल 1997 की बात है। मार्क रैंडॉल्फ और रीड हास्टिंग्स नाम के दो शख्स ने मिलकर एक डीवीडी दुकान शुरू की। उस समय फिल्म देखना इतना आसान नहीं था। लोगों को अपने पसंद की फिल्म देखने के लिए डीवीडी खरीदकर या किराए पर लाना होता था। समय की मांग को समझते हुए मार्क रैंडॉल्फ और रीड हास्टिंग्स ने मूवी रेंटल सर्विस बिजनेस शुरू करने का फैसला किया।

1998 में पहला प्रयोग हुआ सफल (NETFLIX Story)

  • कंपनी शुरू होने के एक साल बाद 1998 में डीवीडी मंगवाने वालों की मांग बढ़ गई। (The first experiment was successful in 1998) मांग बढ़ने पर मार्क रैंडॉल्फ और रीड हास्टिंग्स ने मिलकर एक वेबसाइट बनाने का फैसला कर लिया।
  • इसके बाद नेटफ्लिक्स.डॉट.कॉम के नाम से एक वेबसाइट बनाई गई। इस वेबसाइट के जरिए लोग अपने पसंद की फिल्म की डीवीडी आर्डर करने लगे। इसके लिए चार से छह डॉलर लोगों को कंपनी को देना पड़ता था। इस तरह कंपनी का पहला प्रयोग सफल हुआ।

1999 अनलिमिटेड डीवीडी देना का बनाया प्लान

  • वेबसाइट पर लोगों को ज्यादा से ज्यादा विजिट कराने के लिए मार्क रैंडॉल्फ और उनके दोस्त ने एक मार्केटिंग प्लान तैयार किया। इसका उद्धेश्य सब्सक्रिप्शन लेने वालों की संख्या बढ़ाना था। मार्क रैंडॉल्फ ने एक आफर देने का फैसला किया। इसके तहत सब्सक्राइब करने वालों को अनलिमिटेड डीवीडी दी जाने लगीं।
  • इन लोगों पर डीवीडी को लौटाने का दबाव भी नहीं होता था। यह फिल्म देखने के बाद चाहे जितने दिन में डीवीडी लौटाएं, उन्हें एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना पड़ता था। इस प्लान को 1999 में लागू किया गया और इसके तीन साल बाद ही कंपनी की वेबसाइट पर सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़कर छह लाख हो गई थी। (Netflix market value)

2004 तक 3.73 हजार करोड़ का (NETFLIX) सलाना बढ़ा रेवेन्यू

2004 तक नेटफ्लिक्स का सलाना रेवेन्यू बढ़कर 3.73 हजार करोड़ रुपए हो गया था। यहां से नेटफ्लिक्स की सफलता की कहानी शुरू हुई, जिसके बाद कंपनी की पॉपुलैरिटी और सब्सक्राइबर्स की संख्या काफी तेजी से बढ़ी। 2005 तक दुनिया भर में करीब 50 लाख लोगों ने इसे सब्सक्राइब किया था।

2007 में वीडियो स्ट्रीमिंग हुआ शुरू

2007 में पहली बार नेटफ्लिक्स ने अपने ऐप पर वीडियो स्ट्रीमिंग की शुरूआत की थी। ऐप पर वाच नाऊ का आॅप्शन भी था। अब लोग बिना किसी डीवीडी के सीधे अपने पसंद की फिल्म देख सकते थे। यह कंपनी की सफलता के लिए गेमचेंजर साबित हुआ। कंपनी ने फिर ब्लू रे, एक्सबॉक्स 360 के साथ समझौता किया। अब ये कंपनी अपना कंटेंट नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम कर सकती थी।

एक गलती NETFLIX को पड़ी भारी

  • 2011 में कंपनी ने अपने डीवीडी रेंटल सर्विस और वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस को अलग करने का फैसला किया। इसके बाद दोनों सुविधाओं के लिए दो अलग-अलग पैकेज तय किए गए। दोनों पैकेज साथ लेने के लिए अब यूजर्स को 15.98 डॉलर देना होता था, जबकि एक सर्विस के लिए 7.99 डॉलर देना होता था।
  • कंपनी के इस फैसले से देखते ही देखते 6 लाख पेड सब्सक्राइबर्स ने नेटफ्लिक्स को अनसब्सक्राइब कर दिया। इस डैमेज को कंट्रोल करने के लिए कंपनी ने सब्सक्रिप्शन फी कम कर दी, लेकिन दोनों सर्विस को मर्ज नहीं किया।

2016 में भारत समेत 190 देशों में NETFLIX ने की धमाकेदार एंट्री

  • 2016 तक कंपनी का दायरा 60 देशों में था, लेकिन इस साल कंपनी ने भारत समेत 190 देशों में स्ट्रीमिंग सर्विस शुरू करने का फैसला किया। 21 भाषाओं में टीवी शो, फिल्म ओर वेब शो को लोग इस प्लेटफॉर्म पर देख सकते थे।
  • 2017 में दुनिया भर में इसके पेड सब्सक्राइबर्स की संख्या 100 मिलियन हो गई थी। जनवरी 2022 में नेटफ्लिक्स 12.73 लाख करोड़ का ओटीटी प्लेटफॉर्म बन गया है। ( Netflix in 190 countries including India in 2016)

Since when is Netflix backward in India?

  • कोरोना काल ने जहां सिनेमा घरों के कॉन्सेप्ट पर सवाल खड़ा कर दिया। वहीं, इससे ओटीटी प्लेटफॉर्म का महत्व बढ़ गया। लेकिन फिर भी भारत में नेटफ्लिक्स इसका ज्यादा फायदा नहीं उठा सका। इसकी कई मुख्य वजहों में से एक यह थी कि नेटफ्लिक्स के साथ शुरू हुए ओटीटी क्रेज से प्रभावित होकर कई और भारत बेस्ड कंपनी मार्केट में उतरीं, जो भारतीयों की पसंद का कंटेंट लेकर आईं।
  • भारत में नेटफ्लिक्स से ओटीटी की शुरूआत तो हुई, लेकिन उस समय इस पर बाहरी शो ज्यादा आते थे। जिससे भारतीय दर्शक इससे ज्यादा समय तक जुड़े नहीं रह सके। दूसरी बड़ी वजह इसका बाकी दूसरे प्लेटफॉर्म्स की तुलना में महंगा होना भी है।

भारत में NETFLIX पिछड़ने की वजह क्या?

  • यूजर्स सस्ता सब्सक्रिप्शन प्लान खरीदना चाहते हैं।
  • भारतीय यूजर्स देसी कंटेट को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
  • भारतीय यूजर्स के बिहेवियर को समझने में फेल रही कंपनी।
  • भारतीय भाषाओं में कई विदेशी फिल्म और शो का नहीं होना।
  • दूसरी कंपनियां दर्जनों भारतीय भाषाओं में फिल्म और शो ला रही हैं।

READ ALSO: Mukesh Ambani succession plan: दो भाईयों का झगड़ा, सबक बनेगा नई पीढ़ी को कमान सौंपने का आधार

Connect With Us: Twitter Facebook

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Skin Care Tips: इन 3 तरीकों से रोक सकते हैं बढ़ती उम्र, चेहरे से गायब हो जाएंगी झुर्रियां
Skin Care Tips: इन 3 तरीकों से रोक सकते हैं बढ़ती उम्र, चेहरे से गायब हो जाएंगी झुर्रियां
पेस बैटरी के डूबते करियर को बचा गई ये टीम, इन 2 दिग्गजों की डूबती नैया को भी दिया सहारा
पेस बैटरी के डूबते करियर को बचा गई ये टीम, इन 2 दिग्गजों की डूबती नैया को भी दिया सहारा
बढ़ते प्रदूषण की वजह से Delhi NCR के स्कूल चलेंगे हाइब्रिड मोड पर, SC ने नियमों में ढील देने से कर दिया इनकार
बढ़ते प्रदूषण की वजह से Delhi NCR के स्कूल चलेंगे हाइब्रिड मोड पर, SC ने नियमों में ढील देने से कर दिया इनकार
तीन मर्दों से भी नहीं भरा महिला का मन, चार बच्चों को छोड़ ‘नए प्यार’ के लिए उठाई ये कदम, अब पुलिस ने भी कर लिए हाथ खड़े
तीन मर्दों से भी नहीं भरा महिला का मन, चार बच्चों को छोड़ ‘नए प्यार’ के लिए उठाई ये कदम, अब पुलिस ने भी कर लिए हाथ खड़े
केंद्रीय मंत्रिमंडल के इन फैसलों से आपके जीवन में आने वाला है ये बड़ा बदलाव, जान लीजिए वरना कहीं पछताना न पड़ जाए
केंद्रीय मंत्रिमंडल के इन फैसलों से आपके जीवन में आने वाला है ये बड़ा बदलाव, जान लीजिए वरना कहीं पछताना न पड़ जाए
Sambhal Violence: ‘लोकतंत्र पर काला धब्बा…; संभल हिंसा को लेकर गिरिराज सिंह का बड़ा बयान ; उठाई ये बड़ी मांग
Sambhal Violence: ‘लोकतंत्र पर काला धब्बा…; संभल हिंसा को लेकर गिरिराज सिंह का बड़ा बयान ; उठाई ये बड़ी मांग
सऊदी अरब में साली के लिए किस शब्द का किया जाता है इस्तेमाल? सौ बार में भी नहीं बोल पाएंगे आप
सऊदी अरब में साली के लिए किस शब्द का किया जाता है इस्तेमाल? सौ बार में भी नहीं बोल पाएंगे आप
Bhopal: वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की स्प्रिंग टूटी, यात्रियों ने किया जम कर हंगामा
Bhopal: वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की स्प्रिंग टूटी, यात्रियों ने किया जम कर हंगामा
पुरुषों के स्पर्म काउंट से लेकर फर्टिलिटी तक, सभी परेशानी होंगी दूर, बस करना होगा इस हरे रंग की चीज का सेवन
पुरुषों के स्पर्म काउंट से लेकर फर्टिलिटी तक, सभी परेशानी होंगी दूर, बस करना होगा इस हरे रंग की चीज का सेवन
BJP से आए इस नेता ने महाराष्ट्र में कांग्रेस का किया ‘बेड़ा गर्क’, इनकी वजह से पार्टी छोड़ गए कई दिग्गज नेता, आखिर कैसे बन गए राहुल के खास?
BJP से आए इस नेता ने महाराष्ट्र में कांग्रेस का किया ‘बेड़ा गर्क’, इनकी वजह से पार्टी छोड़ गए कई दिग्गज नेता, आखिर कैसे बन गए राहुल के खास?
‘आईएसआईएस का लहराया …’, अरशद मदनी को लेकर BJP विधायक का बड़ा दावा ; उठाई ये बड़ी मांग
‘आईएसआईएस का लहराया …’, अरशद मदनी को लेकर BJP विधायक का बड़ा दावा ; उठाई ये बड़ी मांग
ADVERTISEMENT