India News(इंडिया न्यूज),G20 News: भारत जी20 शिखर सम्मेलन कर रहा है। जिसको लेकर इस सम्मेलन में जुड़ रहे देश से भारत की दोस्ती की बातें हो रही है। जिसमें एक बात सोचने लायक है कि, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून में अमेरिका के दौरे पर गए तो रक्षा और अंतरिक्ष से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमी कंडक्टर उत्पादन पर अहम समझौते करके लौटे। अब तीन महीने के भीतर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भारत में हैं, शुक्रवार शाम पीएम मोदी से द्विपक्षीय बातचीत भी की। परिणाम जल्द सामने आएंगे। दोनों देशों की निकटता को नए समय की दोस्ती कहा जा रहा है। यह दोस्ती कई क्षेत्रों में बढ़ रही है, इनसे न केवल दोनों के हित जुड़े हैं, बल्कि अपने मित्र देशों को भी इस सहयोग से काफी उम्मीदें हैं।
बढ़ रहा अंतरराष्ट्रीय रणनीतिक सहयोग
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया के साथ भारतीय रिश्ते काफी मजबूत हो रहे है। हालांकि माना जाता है कि इसका लक्ष्य दक्षिण चीन सागर में चीन को घेरना है। उसकी बढ़ती आर्थिक व सैन्य ताकत को सीमित रखने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र को किसी भी देश के पूर्ण प्रभाव से मुक्त रखने के बयान हाल में दिए गए हैं। भारत और अमेरिका इस संगठन के दो सबसे अहम हिस्से हैं। इस समय दुनिया में केवल भारत ही चीन के साथ सीधे तौर पर सैन्य संघर्ष में शामिल देश के रूप में पहचाना जा रहा है, तो अमेरिका ताइवान को लेकर चीन के खिलाफ लगातार कड़े बयान दे रहा है, निकटस्थ समुद्र में सैन्य अभ्यास कर रहा है।
तकनीक के क्षेत्र में काम
रूस के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा रक्षा सहयोगी अमेरिका है। हाल में हमने अमेरिका से 310 करोड़ डॉलर में 31 एमक्यू-9बी प्रिडेटर ड्रोन खरीद का समझौता भी किया है। इसके तहत यह ड्रोन असेंबल करने के लिए भारत में मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल हब भी बनेगा। यह डील अमेरिका को वित्तीय फायदा देगी, भारत भी एक उन्नत तकनीकी रक्षा उत्पाद का अनुभव हासिल करेगा। यही ड्रोन उपयोग कर रहे ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जापान, ऑस्ट्रेलिया, स्पेन आदि अमेरिका के अलावा भारत से एमआरओ सेवाएं भी ले पाएंगे। इसी तरह अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक और हमारी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड भी मिलकर जीई 414 फाइटर जेट इंजन भारत में बनाने जा रहे हैं।
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