India News (इंडिया न्यूज़), ( NIA disclosed in drug smuggling case worth 3000 crores) एनआईए ने पाकिस्तान से भेजे गये और सलाया बंदरगाह पर पकड़े ड्रग मामले में चार लोगों के खिलाफ छठा पूरक आरोपपत्र दायर किया। इस मामलें मैं अब तक 24 आरोपी गिरफ्तार हो चुके है। 9 अभी भी फरार है, जो वांटेड है वह इटली,पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया मैं छिपे है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को गुजरात के सलाया बंदरगाह पर पाकिस्तान से तस्करी कर भारत लाई जा रही 500 किलोग्राम हेरोइन जब्त करने से संबंधित मामले में अपना छठा पूरक आरोपपत्र दायर किया। चार आरोपियों के खिलाफ आज आईपीसी, एनडीपीएस अधिनियम और यूए (पी) अधिनियम के तहत एनआईए की विशेष अदालत, अहमदाबाद में आरोप पत्र दायर किया गया है। इस मामले में अब तक कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाक़ी 9 आरोपियों की तलाश की जा रही है जो वर्तमान में फरार हैं।
फरार लोगों में ये लोग है शामिल
फरार लोगों में इटली स्थित भारत के मोस्ट वांटेड ड्रग माफिया सिमरनजीत सिंह संधू, पाकिस्तान स्थित वांछित आरोपी हाजीसाब भाईजान, नबी बख्श और ऑस्ट्रेलिया स्थित तनवीर सिंह बेदी शामिल हैं। एनआईए ने गिरफ्तार आरोपियों के इन वांटेड अपराधियों से संबंधों का पता लगाने में कामयाबी हासिल की है। इस मामले ने समुद्री मार्ग के माध्यम से पाकिस्तान से भारत में अवैध ड्रग्स की तस्करी करने की एक बड़ी आपराधिक साजिश का खुलासा किया था। इस खेप को दिल्ली के रास्ते पंजाब ले जाया जा रहा था, जहां इसे गुजरात से बंदरगाह पर उतरने के बाद लाया गया था।
पंजाब के रहने वाले हैं चारो आरोपी
आज जिन चार आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है, उनके नाम हरमिंदर सिंह रोमी रंधावा, मंजीत सिंह मन्ना, कुलदीप सिंह और मलकीत सिंह हैं, जो पंजाब के रहने वाले हैं।
वांटेड ड्रग माफ़ियाओं के निर्देश पर की गई थी कार्रवाई
एनआईए की जांच से पता चला है कि उन्होंने पंजाब भर में विभिन्न स्थानों पर ड्रग के ट्रांसपोर्टेशन और वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, और आतंक और अपराध से संबंधित गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने और उपयोग करने के लिए ड्रग आय का उपयोग किया था।उन्होंने वांटेड ड्रग माफ़ियाओं के निर्देश पर कार्रवाई की थी।
ड्रग्स के लिए पंजाब के लुधियाना में किराए पर लिए थे गोदाम
एनआईए की जांच के अनुसार, हरमिंदर सिंह और मंजीत सिंह ने ऑस्ट्रेलिया स्थित वांछित आरोपी तनवीर सिंह बेदी के कहने पर तस्करी किए गए ड्रग्स के लिए पंजाब के लुधियाना में गोदाम,मकान किराए पर लिए थे। कुलदीप सिंह ने आरोपी मलकीत सिंह के साथ मिलकर एक अन्य आरोपी सुखबीर सिंह हैप्पी को संदेह और पुलिस जांच से बचने के लिए नई दिल्ली,करनाल,कुरुक्षेत्र से लुधियाना और अमृतसर तक कई बार हेरोइन से लदे वाहनों को चलाने, एस्कॉर्ट करने में मदद की थी, क्योंकि बोलेरो वाहन (जिस पर कुलदीप गुरुद्वारे द्वारा चालक के रूप में कार्यरत था) फतेहगढ़ साहिब जिले (पंजाब) में एक गुरुद्वारे के नाम पर पंजीकृत था।
12 अगस्त 2018 को दर्ज किया गया था मामला
यह मामला मूल रूप से एटीएस गुजरात द्वारा 12 अगस्त 2018 को दर्ज किया गया था, जब एक आरोपी अजीज अब्दुल भागद से हेरोइन की जब्ती हुई थी, जिसने पाकिस्तान से भारत में तस्करी की गई 100 किलोग्राम हेरोइन की खेप से 5 किलोग्राम हेरोइन की चोरी की थी।उसने इस 5 किलो हेरोइन को गुजरात में अपने गांव के पास एक गड्ढे में छिपा दिया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।