India News (इंडिया न्यूज़), Lok Sabha Election 2024: रामायण धारावहिक के राम का किरदार निभाने वाले अरूण गोविल को बीजेपी ने मेरठ से टिकट दिया है। जिसके बाद से वो सुर्खियों में बने हुए हैं। इस दौरान वह मेरठ में चुनाव प्रचार के लिये जाते हैं तो भीड़ उमड़ पड़ती है और लोग उनके पैर छूने लगते हैं। लोगों का कहना है रावण के ससुराल में राम आये हैं। बता दें, ऐसी मान्यता है कि रावण की पत्नी मनदोदरी मेरठ की रहने वाली थी। रामानंद निर्देशित रामायण आज भी लोगों के लिए नॉस्टेल्जिया है। इनके किरदारों को आज भी लोग उसी रूप में देखते हैं। यही वजह रही कि रामायण के कई किरदारों को जनता ने वोटों के रूप में भी प्यार दिया और चुनकर संसद तक पहुंचाया। आज हम बताएंगे कि अरूण गोविल से पहले कौन-कौन से किरदार संसद तक जा चुके हैं?
दीपिका चिखलिया:
रामायण धारवाहिक में सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया 1991 से 1996 तक सांसद रही हैं। दीपिका ने अपने टेलीविजन और फिल्मी करियर के बाद राजनीति में कदम रखा। उन्होंने साल 1991 में भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी के टिकट पर गुजरात के बड़ौदा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीतकर संसद पहुंचीं। दीपिका को इस चुनाव में 276,038 वोट मिले थे। वहीं इनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार को 241,850 वोट मिले।
अरविंद त्रिवेदी:
दूसरे किरदार नाम है अरविंद त्रिवेदी जिन्होंने रामायण में रावण की भूमिका निभाई थी। अरविंद 1991 में ही बीजेपी के टिकट पर गुजरात के साबरकांठा निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में चुने गए। वह इस 1996 तक सांसद रहे।1991 में, अरविंद त्रिवेदी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में साबरकाठा निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में चुने गए और 1996 तक इस पद पर रहे। 6 अक्टूबर 2021 को उन्हें दिल का दौरा पड़ा और मुंबई के कांदिवली स्थित
आवास पर निधन हो गया।
दारा सिंह:
पहलवान दारा सिंह रामायण में हनुमान का किरदार निभाया था। दारा सिंह जनवरी 1998 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। उन्हें 2003 में संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया गया। इसी के साथ वह राज्यसभा में नॉमिनेट होने वाले पहले खिलाड़ी बने। उन्होंने इस पद 2003 से 2009 के बीच काम किया। दारा सिंह जाट महासभा के अध्यक्ष भी थे। 12 जुलाई 2012 को सिंह की मृत्यु 83 वर्ष की आयु में हो गई।
नीतीश भारद्वाज:
रामायण के अलावा साल 1988 में डीडी नेशनल पर प्रसारित महाभारत धारवाहिक के कलाकार भी संसद जा चुके हैं। महाभारत में कृष्ण का किरदार निभाने वाले नीतीश भारद्वाज लोकसभा का इलेक्शन लड़ा और जीत दर्ज की। नीतीश ने बीजेपी के टिकट पर झारखंड के जमशेदपुर से 1996 में लोकसभा चुनाव लड़ा। इस चुनाव में उन्होंने जनता दल के दिग्गज नेता इंदर सिंह नामधारी को 55,137 वोटों से मात दी थी। 1999 में वह एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरे। लेकिन इस बारी उन्हें मध्य प्रदेश के राजगढ़ से लोकसभा उम्मीदवार बनाया गया। इस चुनाव में नीतीश के सामने लक्ष्मण सिंह थे। आपको बताते चलें, लक्ष्मण सिंह एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई हैं। इस चुनाव में नीतीश को हार का सामना करना पड़ा और इसी के साथ उन्होंने राजनीति से भी संन्यास ले लिया।
रूपा गांगुली:
महाभारत धारवाहिक में द्रौपदी का किरदार निभाने वाली रूपा गांगुली भी राजनीति में हाथ आजमा चुकी हैं। साल 2015 में रूपा बीजेपी में शामिल हुईं। उन्हें 2016 के पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव में हावड़ा से बीजेपी उम्मीदवार बनाया गया। वह इस चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार और क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला से हार गईं। 2016 में ही रूपा राज्यसभा के लिए नॉमिनेट हुईं। दरअसल, यह सीट क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफा देने के कारण खाली हो गई थी।
गजेंद्र सिंह चौहान:
इसके अलावा युधिष्ठिर की भूमिका निभाने वाले गजेंद्र सिंह चौहान 2004 में राजनीति में इंट्री किया। यह भी बीजेपी के मेंमबर रहे। उन्होंने बीजेपी में संस्कृति के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में काम किया।
प्रवीण कुमार
महाभारत में भीम का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार भी 2013 में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए। उन्होंने AAP के टिकट पर वज़ीरपुर निर्वाचन क्षेत्र से दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। अगले ही वर्ष वह बीजेपी में शामिल हो गए। प्रवीण कुमार का 74 वर्ष की आयु में 7 फरवरी 2022 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।