ADVERTISEMENT
होम / देश / Make In India: अब दूसरे देश से नहीं लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर नहीं खरीद पाएंगे आप, जानें क्या है पूरा मामला?

Make In India: अब दूसरे देश से नहीं लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर नहीं खरीद पाएंगे आप, जानें क्या है पूरा मामला?

BY: Priyanshi Singh • LAST UPDATED : August 3, 2023, 5:37 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Make In India: अब दूसरे देश से नहीं लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर नहीं खरीद पाएंगे आप, जानें क्या है पूरा मामला?

Make In India:

India News (इंडिया न्यूज़),Make In India: भारत सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए गुरुवार को लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर के इंपोर्ट पर तत्काल बैन लगाने का नोटिस जारी कर दिया है। ये नोटिस भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के वाणिज्य विभाग की ओर से ये  जारी किया गया है। बता दें इस नोटीस के द्वारा ये जानकारी दी गई हैं कि डाक या कुरियर के माध्यम से ई-कॉमर्स पोर्टल से खरीदे गए कंप्यूटर पर्सनल कंप्यूटर, अल्ट्रा स्मॉल कंप्यूटर के इंपोर्ट के लिए इंपोर्ट लाइसेंसिंग आवश्यकताओं से छूट दी जाएगी।

विदेशी कंपनियों को फायदा होना तय

मालूम हो सरकार की ओर से ये फैसला तब लिया गया है, जब देश में मेक इन ​इंडिया की मुहिम चल रही है। ऐसे में इस फैसले से लोकल मैन्युफैक्चर्स और विदेशी कंपनियों को फायदा होना तय है। जो देश में यूनिट लगातार प्रोडक्शन कर लोकल सप्लाई और दूसरे देशों को एक्सपोर्ट कर रहे हैं।

इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स का इंपोर्ट हुआ कम 

मई के महीने में जीटीआरआई की रिपोर्ट में कहा गया था कि बीते वित्त वर्ष में चीन से लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर, इंटीग्रेटेड सर्किट और सोलर सेल जैसे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स का इंपोर्ट कम हो गया है। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव की ओर से कहा गया कि इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के इंपोर्ट में कमी उन सेक्टर्स में ज्यादा देखने को मिली है जहां पीएलआई स्कीम शुरू की गई है। साथ ही सोलर सेल के इंपोर्ट में 70।9 फीसदी गिरावट देखने को मिली। इस दौरान लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) का इंपोर्ट 23।1 फीसदी और मोबाइल फोन का इंपोर्ट 4।1 फीसदी कम हो गया है।

ज्यादा ट्रेड डेफिसिट चीन और अमेरिका के साथ

लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर, मोबाइल फोन जैसे इले​क्ट्रोनिक आइटम्स के इंपोर्ट पर बैन लगाने के बाद इसका असर इकोनॉमी पर भी देखने को मिलेगा। देश का ट्रेड डेफिसिट कम होगा। साथ ही सही आइटम देश में ही बनते हैं और लोकल सप्लाई चेन के साथ ग्लोबल सप्लाई चेन में सहयोग बढ़ता है तो देश की इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा। मौजूदा समय में भारत का सबसे ज्यादा ट्रेड डेफिसिट चीन और अमेरिका के साथ है। वैसे भारत सरकार की ओर से यह बैन चीन को दिमाग में रखकर लगाया गया है।

ये भी पढ़ें – Nuh Violence: नूंह हिंसा के मद्देनजर लिया गया फैसला, फरीदाबाद में अगले दो दिनों तक आठ शराब के ठेके बन्द..

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT