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India News (इंडिया न्यूज), Odisha Assembly: ओडिशा के 24 साल से मुख्यमंत्री रहे नवीन पटनायक अब विधानसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर शामिल होंगे। 77 वर्षीय नवीन पटनायक को आज (19 जून) को उनकी पार्टी के विधायकों ने इस पद के लिए चुना। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि बीजद के विधायकों की एक बैठक हुई। मैंने उन्हें बधाई दी और धन्यवाद दिया। उन्होंने मुझे विपक्ष का नेता और बीजद विधायक दल का नेता चुना है। पटनायक ने कहा कि मैंने विधानसभा में बीजद के उपनेता के तौर पर प्रसन्ना आचार्य, मुख्य सचेतक के तौर पर प्रमिला मलिक और बीजद के उप मुख्य सचेतक के तौर पर प्रताप केशरी देब के लिए नए पद की भी घोषणा की है।
बता दें कि, ओडिशा विधानसभा के सभी नए विधायकों ने आज शपथ ली। नए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पहले ही अपने मंत्रिपरिषद को विभागों का आवंटन कर दिया है, गृह, वित्त और कई अन्य विभाग अपने पास रखे हैं। उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव को कृषि और किसान सशक्तिकरण तथा ऊर्जा विभागों का प्रभार सौंपा गया है। पूर्व मुख्यमंत्री की पार्टी ने इस साल दो दशकों में अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया, राज्य में बहुमत खो दिया और संसद में खाता भी नहीं खोल पाई।
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Party President and former Chief Minister Shri @Naveen_Odisha congratulated the newly elected MLAs at a meeting and thanked them for electing him as the Leader of Opposition in the State Assembly. https://t.co/3sPFvpK4kk
— Biju Janata Dal (@bjd_odisha) June 19, 2024
बता दें कि ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 147 विधानसभा सीटों में से 78 सीटें जीतीं, जबकि बीजद ने 51 सीटें जीतीं। मुख्यमंत्री की स्वच्छ छवि के बावजूद स्थानीय स्तर पर भ्रष्टाचार के मामले पनपने से मतदाताओं में नाराजगी थी। दरअसल, आरोप थे कि बीजेडी के स्थानीय नेता सरकारी सेवाओं के प्रावधान को सुनिश्चित करने के लिए रिश्वत मांगते थे। कोविड के बाद अपने आवास पर बैठे मुख्यमंत्री को कई लोगों ने बेपरवाह माना। पटनायक के सबसे करीबी सहयोगी वीके पांडियन, जिनका कथित तौर पर उन पर बहुत प्रभाव था, ने कुछ ही समय बाद पार्टी छोड़ दी।
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