होम / हरियाणा / कैसा रहा Om Prakash Chautala का सियासी सफर? किस्से सुनकर रह जाएंगे हैरान

कैसा रहा Om Prakash Chautala का सियासी सफर? किस्से सुनकर रह जाएंगे हैरान

PUBLISHED BY: Deepak • LAST UPDATED : December 20, 2024, 1:19 pm IST
ADVERTISEMENT
कैसा रहा Om Prakash Chautala का सियासी सफर? किस्से सुनकर रह जाएंगे हैरान

Om Prakash Chautala Death: विवादों से घिरा रहा चौटाला का सियासी सफर

India News (इंडिया न्यूज), Om Prakash Chautala Death:  विवादों और ओम प्रकाश चौटाला का चोली दामन  का साथ रहा है, वहीं उनका पैसों के लिए लालच भी किसी से छुपा नहीं रहा। साल 2022 था जब दिल्ली की एक अदालत ने हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला को आय से अधिक संपत्ति मामले में चार साल की सजा सुनाई थी। इसके साथ ही वो  उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हो गए हैं, जिन्हें अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति जमा करने का दोषी ठहराया गया है। चौटाला को सजा सुनाते हुए अदालत ने कहा था, ‘आरोपी द्वारा उक्त अवधि के दौरान अर्जित संपत्ति उसकी आय के ज्ञात स्रोतों का 103 प्रतिशत थी। आरोपी उक्त अवधि के दौरान आय के ज्ञात स्रोतों के अलावा अर्जित की गई अतिरिक्त संपत्ति का संतोषजनक विवरण देने में विफल रहा है।’

यहाँ से शुरू हुआ था मामला 

जब 2005 के हरियाणा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की भारी जीत के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चौटाला की जगह हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला, तो जेबीटी भर्ती घोटाले की जांच के लिए सीबीआई को बुलाया गया। अपनी जांच के दौरान, सीबीआई ने अप्रत्याशित रूप से चौटाला के खिलाफ कई सबूत जुटाए और निष्कर्ष निकाला कि उन्होंने 1996 से 2005 के बीच 6.09 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की। चौटाला सात बार विधायक चुने गए और पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने का रिकॉर्ड उनके नाम है। अदालत ने जिन चार संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया था, वे दिल्ली, गुड़गांव, पंचकूला और सिरसा में स्थित हैं।

Om Prakash Chautala Death: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का हुआ निधन! सियासी माहौल में शोक की लहर

पैसे का लालच एक समस्या बन गया

लालू प्रसाद, मुलायम सिंह और मायावती के विपरीत, चौटाला एक साधारण पृष्ठभूमि से नहीं आते हैं क्योंकि वे एक समृद्ध किसान परिवार से आते हैं। उनके पिता चौधरी देवी लाल पहले देश के उप प्रधान मंत्री और हरियाणा के सीएम रह चुके हैं। हालाँकि, चौटाला का पैसे के प्रति लालच जगजाहिर है। चौटाला हमेशा मानते थे कि वे कानून से ऊपर हैं, क्योंकि उनके परिवार के साथ-साथ वे अतीत में कानून के शिकंजे से बचने में कामयाब रहे हैं।

चौटाला का विवादों में फंसना नया नहीं

चौटाला को 1978 में दिल्ली हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। उनके पास दर्जनों कलाई घड़ियाँ थीं, जिनकी कीमत 1 लाख रुपये थी। 1988 में सिरसा स्थित अपने फार्महाउस में उनकी छोटी बहू सुप्रिया की रहस्यमयी मौत और फरवरी 1990 में महम उपचुनाव में 10 लोगों की हत्या। इस मामले में चुनाव आयोग ने दो बार महम उपचुनाव रद्द किया, जिससे चौटाला को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा, क्योंकि 1989 में वीपी सिंह सरकार में उप प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त होने के बाद जब उन्होंने अपने पिता देवीलाल की जगह ली, तब वे विधानसभा के सदस्य नहीं थे।

राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी के अलावा इस भारतीय शख्स की तारीफों के पढ़े कसीदे, एशिया में भारत के अलावा इस देश को बताया अपनी दोस्त

चौटाला को चार साल की सजा

चौटाला को 2022 में 4 साल की सजा हुई थी। शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024 को उनका हार्ट अटैक से निधन हो गया। देवीलाल द्वारा गठित पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल 2005 में सत्ता से बाहर होने के बाद से अपना आधार खो दिया। पार्टी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन किया, जिसमें उसे सिर्फ एक सीट मिली, जिसमें चौटाला के छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला विजयी हुए। चौटाला परिवार में अभय सिंह और उनके भतीजे दुष्यंत चौटाला के बीच लड़ाई इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है। उस समय दुष्यंत चौटाला सांसद थे और पार्टी नेतृत्व के मुद्दे पर आपस में भिड़ गए थे। उस समय पैरोल पर जेल से बाहर आए चौटाला ने अपने बड़े बेटे अजय सिंह चौटाला और अपने दोनों बेटों दुष्यंत और दिग्विजय को पार्टी से निकाल दिया और अपनी अलग जननायक जनता पार्टी बना ली थी।

चेस्ट पेन समझकर खाता रहा दवाई, सच सामने आते ही उड़ गए डॉक्टर्स के भी होश, हार्ट अटैक से भी बत्तर थी बीमारी

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

अगर आप भी कराते हैं टंकी फुल तो हो जाएं सावधान! मोटरसाइकिल हो या कार, वरना हो जाएंगे तार-तार
अगर आप भी कराते हैं टंकी फुल तो हो जाएं सावधान! मोटरसाइकिल हो या कार, वरना हो जाएंगे तार-तार
भारतीय खेलों के लिए यादगार रहा साल 2024, देश ने वैश्विक मंच पर हासिल की अभूतपूर्व सफलता
भारतीय खेलों के लिए यादगार रहा साल 2024, देश ने वैश्विक मंच पर हासिल की अभूतपूर्व सफलता
38 विमान, कई लग्जरी गाड़ियां…दुनिया को वो सबसे अमीर राजा, जिसका मुकाबला करना कई रईसों के लिए मुश्किल
38 विमान, कई लग्जरी गाड़ियां…दुनिया को वो सबसे अमीर राजा, जिसका मुकाबला करना कई रईसों के लिए मुश्किल
GI-PKL: कबड्डी के इतिहास में पुरुष और महिलाओं का एक साथ मुकाबला
GI-PKL: कबड्डी के इतिहास में पुरुष और महिलाओं का एक साथ मुकाबला
चारों तरफ चीख पुकार, मौत का मंजर जानिए मुंबई नाव पलटने के बाद कैसी थी स्थिति?
चारों तरफ चीख पुकार, मौत का मंजर जानिए मुंबई नाव पलटने के बाद कैसी थी स्थिति?
20 साल युवती को  घर से उठा ले गया नाबालिग, फिर किया ये हाल..
20 साल युवती को घर से उठा ले गया नाबालिग, फिर किया ये हाल..
महाकुंभ में अन्नदान का महापर्व, हर श्रद्धालु को मिलेगा भरपेट भोजन
महाकुंभ में अन्नदान का महापर्व, हर श्रद्धालु को मिलेगा भरपेट भोजन
फैलाती हैं का जहर आतंक … वेज खाने वाली ये गिलहरियां अचानक कैसे बनी मांसाहारी, जान चौंक जाएंगे आप!
फैलाती हैं का जहर आतंक … वेज खाने वाली ये गिलहरियां अचानक कैसे बनी मांसाहारी, जान चौंक जाएंगे आप!
पाकिस्तान के चक्कर में कैसे ‘भस्मासुर’ बना अमेरिका? आंख खुली तो दिखा दी औकात, मुस्लिम देश पर लगा ये भयंकर बैन
पाकिस्तान के चक्कर में कैसे ‘भस्मासुर’ बना अमेरिका? आंख खुली तो दिखा दी औकात, मुस्लिम देश पर लगा ये भयंकर बैन
जयपुर से सामने आया तबाही का CCTV फुटेज, भयावह मंजर देख कांप जाएगी रुह
जयपुर से सामने आया तबाही का CCTV फुटेज, भयावह मंजर देख कांप जाएगी रुह
प्रयागराज के दशाश्वमेध घाट पर स्थित है सृष्टि के प्रथम पूज्य श्री आदि गणेश
प्रयागराज के दशाश्वमेध घाट पर स्थित है सृष्टि के प्रथम पूज्य श्री आदि गणेश
ADVERTISEMENT