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India China war 1962 में आज के ही दिन चीन ने 2 तरफ से किया था भारत पर हमला

BY: Bharat Mehndiratta • LAST UPDATED : October 20, 2021, 7:16 am IST
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India China war 1962 में आज के ही दिन चीन ने 2 तरफ से किया था भारत पर हमला

India China war 1962

India China war 1962
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनातनी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पिछले एक-डेढ़ साल में तो यह तनातनी काफी बढ़ गई है। दोनों देशों के बीच 1962 में युद्ध भी हो चुका है। चीन ने आज के ही दिन 20 अक्टूबर 1962 को भारत पर अचानक से हमला कर दिया था।

दरअसल, 1959 के तिब्बती विद्रोह के बाद भारत ने दलाई लामा को शरण दी थी। इससे चीन काफी खफा था और उसने भारत को टारगेट करना शुरू कर दिया। हालात इस कदर बिगड़ते चले गए कि 20 अक्टूबर 1962 को दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ गया। तब चीन ने बातचीत की आड़ में युद्ध शुरू कर दिया। चीन की सेना ने 20 अक्टूबर 1962 को लद्दाख में और मैकमोहन रेखा के पार एक साथ हमले किए थे।

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पूरी ताकत के साथ चीन ने की थी घुसपैठ

1962 में जब चीन ने भारत पर दो जगह से हमला किया तो उस समय दुर्गम और बर्फ से ढकी पहाड़ियों का इलाका होने के कारण भारत ने वहां जरूरत भर के सैनिक तैनात किए थे, जबकि चीन पूरी ताकत के साथ युद्ध में उतरा था। इसी के चलते भारत के बहुत बड़े भूभाग के अंदर तक चीन ने घुसपैठ कर ली और पश्चिमी क्षेत्र में चुशूल में रेजांग-ला और पूर्व में तवांग पर कब्जा कर लिया।

20 नवंबर को पूरे की युद्ध विराम की घोषणा

चीनी सेना ने 20 अक्टूबर को युद्ध शुरू किया और पूरे एक माह बाद 20 नवंबर 1962 को युद्ध विराम की घोषणा की। इस युद्ध में भारत की ओर से 1383 सैनिक शहीद हुए थे। वहीं चीन के लगभग 722 सैनिक मारे गए। घायल सैनिकों की बात की जाए तो 1962 के युद्ध में चीन के सैनिक अधिक घायल हुए थे। चीन के लगभग 1697 सैनिक घायल हुए थे, वहीं भारत के 1,047 घायल हुए। दोनों देशों के बीच अगर कुल क्षति की बात की जाए तो बहुत अधिक अंतर नहीं था।

भारत-चीन की 4 हजार किलोमीटर की सीमा

भारत-चीन युद्ध की सबसे बड़ी वजह 4 हजार किलोमीटर की सीमा थी, जो कि निर्धारित नहीं है। इसे एलएसी कहते हैं। भारत और चीन के सैनिकों का जहां तक कब्जा है, वही नियंत्रण रेखा है। जो कि 1914 में मैकमोहन ने तय की थी, लेकिन इसे भी चीन नहीं मानता और इसीलिए अक्सर वो घुसपैठ की कोशिश करता रहता है।

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