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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Once again Oil Price Hiked कुछ दिन बाद आज फिर से तेल के दामों में तेजी हुई है और लगभग तीन प्रतिशत दाम बढ़ गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEEA) ने कहा है कि बाजार में अप्रैल से प्रतिदिन 30 लाख बैरल (BPD) रूसी क्रूड और रिफाइंड प्रोडक्ट्स कम हो सकते हैं। आईईए के इस बयान के बाद तेल के दाम घटने के बजाय बढ़े हैं। गौरतलब है कि पिछले कई दिन से तेल की कीमतें घट रही थीं। आईईए ने कल एक रिपोर्ट में कहा था कि ईंधन के ऊंचे दामों के कारण मांग में रोज दस लाख बैरल की अपेक्षित गिरावट से कहीं ज्यादा आपूर्ति में कमी आएगी।
जानिए प्रति बैरल में कितना अंतर आया
बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स तीन डॉलर या 3.1 प्रतिशत बढ़कर 101.09 डॉलर प्रति बैरल (0844 जीएमटी) हो गया। यूएस वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 2.8 डॉलर या 3 प्रतिशत बढ़कर 97.84 डॉलर प्रति बैरल हो गया। लगातार तीन कारोबारी सत्रों में गिरावट के बाद यह बदलाव देखा गया है। अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में अप्रत्याशित उछाल व रूस-यूक्रेन शांति वार्ता में प्रगति के संकेतों के बाद, दोनों अनुबंध पिछले दिन कम पर बंद हुए थे।
यह विभिन्न कारकों के पुनर्मूल्यांकन का टाइम
जानकारों के अनुसार भू-राजनीतिक गिरावट के बीच कारोबार करने के लिए बाजार का उत्साह घट रहा है। गुओताई जुनान फ्यूचर्स कंपनी के प्रमुख शोधकर्ता वांग जिओ ने यह बात कही। उनके अनुसार यह विभिन्न कारकों के पुनर्मूल्यांकन का टाइम है। अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका में तेल का भंडार हफ्ते में 4.3 मिलियन बैरल बढ़कर 11 मार्च तक 415.9 मिलियन बैरल हो गया। ऐसे में पिछले सत्र में कीमतों में कमी आई थी।
जानिए क्या कहते हैं वरिष्ठ बाजार विश्लेषक एडवर्ड
एक अन्य वरिष्ठ बाजार विश्लेषक एडवर्ड मोया ने का कहना है कि कच्चे तेल की खराब मांग, रूस के तेल का स्विंग करना व अनिश्चितता ऊर्जा बाजारों को बेचैन कर देगी। चीन ने वित्तीय बाजारों व आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए नीतियों का वादा किया है जिसके बाद बाजार की धारणा कुछ हद तक बढ़ी है। वहीं, चीन में नए कोविड-19 के केसों में गिरावट ने यात्रा प्रतिबंद हटाने की उम्मीदों को बल दिया है। वहां कारखानों को लॉकडाउन वाले शहरों में उत्पादन फिर से शुरू करने की इजाजत दी जा सकती है। तेल की कीमतों पर इसका भी असर हो सकता है।
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