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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Paper Crisis Deepens On news Papers: दुनियाभर के अखबारों में संकट गहराता नजर आ रहा है क्योंकि अखबार (news papers) में प्रयोग होने वाले कागज के दाम आसमान छू रहे हैं। इसके चलते कागज का उत्पादन घटा है और सप्लाई कमजोर हुई है। वहीं अगर भारत की बात की जाए तो यह अपनी जरूरत का करीब 50 फीसदी अखबारी कागज दूसरे देशों से खरीदता है। आयात किए गए अखबारी कागज की कीमत दिसंबर 2020 तक 380 से 400 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन थी, जो अब बढ़कर 1,050 से 1100 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन हो गई है। (Newsprint price rises) मतलब (यानी 16 माह में) अखबारी कागज के दाम में 175 फीसदी से अधिक का इजाफा देखने को मिल रहा है। तो चलिए जानते हैं क्या वजह है अखबार के कागज के दाम बढ़ने की।
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