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India News ( इंडिया न्यूज़ ), Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के कथित मास्टरमाइंड ललित झा ने आत्मसमर्पण कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वह कर्त्तव्य पथ पर स्थित पुलिस स्टेशन में गया और आत्मसमर्पण कर दिया। जिन्हें बाद में औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है। नई दिल्ली जिला पुलिस ने उन्हें स्पेशल सेल को सौंप दिया है।
सूत्रों ने कहा कि उस व्यक्ति ने दावा किया कि वह बस से नीमराणा होते हुए राजस्थान के नागौर गया था। जहां उसे आखिरी बार देखा गया था। वहां दो दोस्तों के साथ एक होटल में रुका था। बाद में जब उसे एहसास हुआ कि पुलिस उसे ढूंढ रही है तो वह वापस आ गया। सूत्रों ने बताया कि आज पुलिस स्टेशन में उसके साथ महेश नामक व्यक्ति भी था।
इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।। जिसमें दो व्यक्ति सागर और मनोरंजन स्मोक बमों की तस्करी कर रहे थे। उन्हें लोकसभा की कार्यवाही के दौरान छोड़ दिया था। दो अन्य नीलम आजाद और अमोल शिंदे जो पकड़े जाने से पहले संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, नारे लगाए और धुएं के कनस्तर लहराए।
Parliament Security Breach मामले में ललित झा को विजिटर पास नहीं मिला। उसने इस घटना को अपने सेलफोन पर रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। जांचकर्ताओं ने कहा कि उसने कोलकाता स्थित एक सहयोगी को भी एक प्रति दी। जो एक गैर-लाभकारी संस्था चलाता है।
जांचकर्ताओं ने कहा, अभूतपूर्व “धुआं विरोध” का मकसद बढ़ती बेरोजगारी, किसानों की दुर्दशा और मणिपुर की स्थिति को उजागर करना था। समूह इन मामलों पर संसद में चर्चा चाहता था और उसने सोचा कि यह ध्यान आकर्षित करने का एक आकर्षक तरीका होगा। यह समूह “फैन्स ऑफ भगत सिंह” नामक फेसबुक पेज का हिस्सा था।
अदालत में दिल्ली पुलिस ने पहले कहा था कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों की दो सप्ताह की हिरासत की मांग करते हुए मामले में आगे की जांच की जरूरत है। आरोपियों पर आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। पुलिस ने तर्क दिया कि पूरा ऑपरेशन एक आतंकवादी हमले जैसा था और मकसद पर सवाल उठाया।
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