PM Modi Addressed BIMSTEC Summit

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:

PM Modi Addressed BIMSTEC Summit प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा है कि सचिवालय की क्षमता बढ़ेगी तभी बे आफ बंगाल इनिशिएटिव फार मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनोमिक कोआपरेशन (BIMSTEC) हमारी अपेक्षाएं पूरी करेगा। उन्होंने कहा, मेरा सुझाव है कि सेक्रेटरी जनरल  (secretary general) इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक रोडमैप बनाएं। पीएम ने बिम्सटेक के सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।

बता दें कि बिम्सटेक स्थापना का यह25वां वर्ष है और इस बार के बिम्सटेक सम्मेलन को श्रीलंका आयोजित कर रहा है। मोदी ने कहा, दो वर्ष के चुनौतीपूर्ण माहौल में श्रीलंका के राष्ट्रपति राजपक्षे ने बिम्सटेक को कुशल नेतृत्व दिया है, जिसके लिए मैं उनका अभिनंदन करता हूं। उन्होंने दोहराया, बिम्सटेक हमारी अपेक्षाओं को पूरा करे, सचिवालय की क्षमता को बढ़ाना भी इसके लिए महत्त्वपूर्ण है।

बिम्सटेक क्षेत्रीय सहयोग को सक्रिय बनाना जरूरी

पीएम ने कहा कि बिम्सटेक की स्थापना के 25वें वर्ष के सम्मेलन (25th year conference) को मैं विशेष रूप से बहुत अहम मानता हूं। इस लैंडमार्क सम्मेलन के परिणाम बिम्सटेक के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय लिखेंगे। उन्होंने कहा, आज के चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिप्रेक्ष्य से हमारा क्षेत्र अछूता नहीं रहा है। हम अब भी कोरोना के दुष्प्रभावों को झेल रहे हैं। पिछले कुछ सप्ताह में यूरोप के डेवलपमेंट से अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के स्थायित्व पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। इस संदर्भ में बिम्सटेक क्षेत्रीय सहयोग को और सक्रिय बनाना महत्वपूर्ण हो गया है। आज हमारे बिम्सटेक चार्टर को अपनाया जा रहा है।

सचिवालय के परिचालन बजट को बढ़ाने के लिए भारत देगा एक मिलियन डॉलर

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान वित्ती सहायता देने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यह महत्त्वपूर्ण काम समय और अपेक्षा के अनुरूप पूरा हो, इसके लिए भारत सचिवालय के परिचालन बजट को बढ़ाने के लिए एक मिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता देगा। हमारे आपसी व्यापार को बढ़ाने के लिए बिम्सटेक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के प्रस्ताव पर शीघ्र प्रगति करना आवश्यक है। उन्होंने कहा, हमें अपने देशों के उद्यमियों और स्टार्टअप के बीच आदान-प्रदान भी बढ़ाना होगा। इसी के साथ हमें ट्रेड फैसिलिटेशन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानदंड को अपनाने का भी प्रयास करना चाहिए।

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आतंकवाद की अनदेखी नहीं कर सकते, कानूनी ढांचा जरूरी : जयशंकर

बिम्सटेक की तैयारियों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक 28 मार्च को हुई थी। इसके बाद कल विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सातों सदस्य देशों से आतंकवाद और हिंसक कट्टरता के खिलाफ सामूहिक नीति बनाने का आह्वान किया। एस जयशंकर ने कल बैठक में कहा , हम हिंसक कट्टरता और आतंकवाद की चुनौतियों अनदेखी नहीं कर सकते। इसी तरह से साइबर हमले व मादक पदार्थों का कारोबार भी बड़ी चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा, हमारे बीच एक कानूनी ढांचा होना चाहिए ताकि कानूनी जांच एजेंसियों के बीच इस तरह की चुनौतियों के खिलाफ ज्यादा करीबी व प्रभावशाली तालमेल बन सके।

जानिए क्या है बिम्सटेक

बिम्सटेक बंगाल की खाड़ी से सटे और पास के देशों का एक क्षेत्रीय संगठन है।? इसमें बंगाल की खाड़ी के आसपास के सात सदस्य देश भारत, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, म्यांमार, व थाइलैंड शामिल हैं। इसमें भारत के अलावा बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड शामिल हैं। इस संगठन का लक्ष्य आर्थिक विकास, देश की सामाजिक प्रगति को बढ़ावा देने और साझा हितों के मुद्दों पर बातचीत स्थापित करने के लिए अन्य साथी सदस्य देशों के बीच विचार-विमर्श किया जाता है।

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