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India News (इंडिया न्यूज़), Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या को सजाया जा रहा है। हर तरफ श्री राम के जयकारे लग रहे हैं। मेहराब बनाए जा रहे हैं और पुष्पवर्षा की भी तैयारी की जा रही है। जो भी हो, सदियों पुराना इंतज़ार अब ख़त्म होने वाला है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर राम भक्तों का इंतजार खत्म हो जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम मोदी खुद रामलला की मूर्ति से पर्दा हटाएंगे, आंखों में काजल लगाएंगे और उनकी पूजा करेंगे।
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी, लेकिन इसकी पूजा सात दिन पहले 15 जनवरी से शुरू हो जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा पूजा के साथ ही भगवान को सोने के वस्त्र धारण कराए जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान गर्भगृह में पीएम मोदी के अलावा उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंद बेन पटेल भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा संघ प्रमुख मोहन भागवत के भी मौजूद रहने की चर्चा है। पूजा राम जन्मभूमि के मुख्य वास्तुकार आचार्य सत्येन्द्र दास द्वारा आयोजित की जाएगी।
राम लला के अभिषेक कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान होंगे। राम जन्मभूमि के मुख्य वास्तुकार आचार्य सत्येन्द्र दास के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी ही रामलला की मूर्ति से पर्दा हटाएंगे। इसके बाद वह भगवान की आंखों में काजल भी लगाएंगे। इसके बाद रामलला की मूर्ति को सोने का वस्त्र पहनाया जाएगा और 56 भोग लगाया जाएगा। सबसे पहले राम लला को नगर भ्रमण कराया जाएगा।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सिर्फ नई मूर्ति के लिए होगा। आचार्य सत्येन्द्र के अनुसार पुरानी मूर्ति भी वहीं रहेगी। नई प्रतिमा पुरानी प्रतिमा से बड़ी होगी और एक जगह स्थापित की जाएगी, जबकि पुरानी प्रतिमा गतिशील रहेगी, यानी शहर भ्रमण और अन्य कार्यक्रमों के दौरान इस प्रतिमा का भ्रमण कराया जा सकेगा। पूजा कार्यक्रम 84 सेकेंड के शुभ मुहूर्त में होगा, लेकिन पूरी पूजा लंबे समय तक चलेगी। प्राण प्रतिष्ठा से पहले नवग्रह पूजन होगा जो प्राण प्रतिष्ठा से कुछ दिन पहले शुरू हो जाएगा।
अभिषेक से पहले मंदिर को सरयू नदी से जल लाकर शुद्ध किया जाएगा। राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास के मुताबिक 15 तारीख से अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। रामलला को 56 भोग लगाया जाएगा। मुख्य पुजारी के अनुसार, जब भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद अयोध्या लौटे, तो उस दिन अयोध्या के हर घर में भोजन बनाया गया था। इसीलिए 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में 56 भोग लगाने का कार्यक्रम रखा गया है।
इसके लिए अयोध्या में काफी पहले से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। स्वागत द्वार सजाया जा रहा है। मंदिर की पहली मंजिल का निर्माण भी लगभग पूरा हो चुका है। रामनगरी का रूप और रंग बेहद अलग और अनोखा दिखता है। चौक-चौराहों को भगवान श्री राम की प्रतिमा से सजाया गया है। अयोध्या नगरी के प्रवेश द्वार पर स्वयं सूर्यदेव सात घोड़ों पर सवार होकर रामभक्तों के स्वागत के लिए खड़े हैं।
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