संबंधित खबरें
‘चप्पल चाटकर यहां तक पहुंचे लोग…’, पहले प्रियंका फिर आतिशी अब किस नेता को बिधूड़ी ने लपेटे में लिया, बयान सुन गुस्से में तांडव करने लगे कांग्रेसी
शरीर के अंदर फट गया दिल, लिवर के 4 टुकड़े…सामने आई पत्रकार मुकेश चंद्राकर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, पढ़कर मुंह को आ जाएगा कलेजा
‘2017 के बाद अपराधी भागते हुए मारे जा रहे…’, शौर्य सम्मान कार्यक्रम में CM Yogi ने सुनाई UP के सिंघमों की बहादुरी की गाथा
चीन का वायरस पहुंचा भारत तक, बेंगलुरु में 8 माह की बच्ची हुई HMPV से संक्रमित, जानिए कितना खतरनाक है?
दंगाईयों ने कानून से बचने के लिए जामिया-शाहीन बाग…योगी के सिघमों ने 2 को धर दबोचा, अब मिलेगी ऐसी सजा याग रखेंगी 7 पुश्तें
मई 2022 से स्थिर बनी हुई है पेट्रोल-डीजल की कीमत, दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले देशवासियों को मिलेगी बड़ी राहत?
India News (इंडिया न्यूज), India China Relations: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार (03 दिसंबर, 2024) को भारत-चीन संबंधों और चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर लोकसभा में कहा कि वहां शांति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। अप्रैल 2020 से स्थिति “असामान्य” रही है। उन्होंने कहा कि एलएसी पर कूटनीतिक पहल से एलएसी पर स्थिति में सुधार हुआ है और दोनों पक्ष स्थिति को सुधारने के लिए आगे की बातचीत के लिए प्रतिबद्ध हैं। जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन आम सहमति से सभी मुद्दों को सुलझा लेंगे।
विदेश मंत्री ने कहा कि फिलहाल एलएसी पर स्थिति में सुधार हुआ है। भारत और चीन के बीच कई दौर की बातचीत के बाद दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि यथास्थिति में एकतरफा बदलाव नहीं होगा। जयशंकर ने एलएसी पर शांति बहाल करने का श्रेय भारतीय सेना को दिया। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों के दृढ़ संकल्प ने सीमा पर स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि सीमा पर शांति और स्थिरता सामान्य भारत-चीन संबंधों के लिए एक पूर्व शर्त है।
My statement in Lok Sabha regarding ‘recent developments in India’s relations with China’.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 3, 2024
सीमा प्रबंधन को लेकर भारत और चीन के बीच हुए पुराने समझौतों को लागू किया जा रहा है। दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जताई है कि सीमा पर स्थिति से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। दोनों देश बातचीत और आम सहमति के आधार पर सभी मुद्दों को सुलझाएंगे। विदेश मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सीमा पर स्थिति सामान्य होने के बाद ही भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय वार्ता संभव हो पाई है। आपको बता दें कि सीमा विवाद ने भारत और चीन के बीच व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को प्रभावित किया है।
दोनों देश एशिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां हैं, लेकिन उनके बीच यह तनाव वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को भी प्रभावित करता है। सीमा विवाद का समाधान न केवल भारत और चीन बल्कि पूरे क्षेत्र की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। अगर यह विवाद सुलझ जाता है तो यह एशिया में स्थायी शांति की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.