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India News (इंडिया न्यूज), Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव माहौल के बीच बीजेपी से कांग्रेस में आए नेता रामकिशोर शुक्ला के एक बयान से मध्य प्रदेश में सियासी भूचाल आ गया है। बता दें कि शुक्ला 2023 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए थें। उन्होंने बुधवार को कहा कि उन्हें “आरएसएस द्वारा कांग्रेस में भेजा गया था”।
महू में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, शुक्ला ने कहा, “मैं (विधानसभा) चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में चला गया, कांग्रेस के टिकट पर महू से चुनाव लड़ा और हार गया। यह सब एक चुनावी रणनीति के तहत किया गया था और मैंने पिछले साल अक्टूबर में एक वरिष्ठ आरएसएस नेता के निर्देश पर ऐसा किया था।”
उन्होंने आगे बताया कि इसकी वजह बीजेपी उम्मीदवार उषा ठाकुर की कमजोर स्थिति थी। पार्टी के अंदर बड़े पैमाने पर विरोध हुआ। पूर्व कांग्रेस विधायक अंतर सिंह दरबार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे और इन सभी समीकरणों को देखते हुए, मैं खुद को बलिदान देने के लिए तैयार हो गया। शुक्ला ने आरोप लगाया कि दरबार को भी भाजपा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा था।
जब उनसे पूछा गया कि आरएसएस नेता कौन थे जिन्होंने उन्हें योजना दी थी, तो उन्होंने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के इंदौर विभाग संगठन मंत्री अभिषेक उडेनिया का नाम लिया। शुक्ला के बयान के वीडियो जल्द ही सोशल मीडिया पर घूमने लगे। जिससे तूफान मच गया।
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