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Politics News: दिग्विजय सिंह के बाद शशि थरूर ने तोड़ी चुप्पी, क्यों तिलमिला उठे पवन खेड़ा, पार्टी में आखिर चल क्या रहा है?

Politics News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर पार्टी में अंदरुनी खींचतान स्टार्ट हो गई है. वहीं, कांग्रेस सांसद शशि थरूर उनके समर्थन में उतर आए. शशि थरूर का कहना है कि पार्टी में सुधार करने की जरूरत है.

Written By: Pushpendra Trivedi
Last Updated: December 28, 2025 16:08:08 IST

Politics News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर पार्टी में अंदरुनी खींचतान स्टार्ट हो गई है. कई नेताओं ने दिग्विजय सिंह के बयान पर आपत्ति दर्ज की. वहीं, कांग्रेस सांसद शशि थरूर उनके समर्थन में उतर आए. शशि थरूर का कहना है कि पार्टी में सुधार करने की जरूरत है.

थरूर ने कहा कि किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए अनुशासन ज़रूरी है और कांग्रेस को अपने इतिहास से बहुत कुछ सीखना है. उन्होंने कहा, “हमारा 140 साल का इतिहास है और हम इससे बहुत कुछ सीख सकते हैं. हम खुद से भी सीख सकते हैं. किसी भी पार्टी में अनुशासन बहुत ज़रूरी है.” संगठनात्मक मज़बूती को एक साझा लक्ष्य बताते हुए थरूर ने आगे कहा, “मैं भी चाहता हूं कि हमारा संगठन मज़बूत हो. हमारे संगठन में अनुशासन होना चाहिए. दिग्विजय सिंह अपनी बात खुद कह सकते हैं.”

पार्टी में अनुशासन की कही बात

सिंह के बड़े तर्क का समर्थन करते हुए थरूर ने कहा कि कांग्रेस को राजनीतिक चुनौतियों का ज़्यादा असरदार तरीके से सामना करने के लिए अंदरूनी अनुशासन और संगठनात्मक ताकत को बेहतर बनाने पर ध्यान देना चाहिए. जब ​​उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने विवाद के बाद सिंह से बात की है, तो थरूर ने कहा कि उनके बीच बातचीत स्वाभाविक है. उन्होंने कहा, “हम दोस्त हैं और बातचीत करना स्वाभाविक है. संगठन को मज़बूत किया जाना चाहिए इसमें कोई सवाल ही नहीं है.”

ऐसे हुई विवाद की शुरुआत

बता दें कि सिंह ने शनिवार को 1995 की एक तस्वीर शेयर करके विवाद खड़ा कर दिया था. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के सीनियर नेता एल के आडवाणी के पास ज़मीन पर बैठे दिख रहे थे. अपनी पोस्ट में सिंह ने कहा कि यह तस्वीर दिखाती है कि RSS और बीजेपी में जमीनी स्तर के कार्यकर्ता कैसे टॉप पदों तक पहुंच सकते हैं. इसे “संगठन की ताकत” बताया. हालांकि, बाद में उन्होंने साफ किया कि वह RSS और बीजेपी के कट्टर विरोधी हैं, लेकिन इस पोस्ट के बाद उनकी आलोचना शुरू हो गई. 

पवन खेड़ा ने दिया बयान

थरूर की टिप्पणियों के उलट कांग्रेस मीडिया और पब्लिसिटी डिपार्टमेंट के चेयरमैन पवन खेड़ा ने सिंह की टिप्पणियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया और कहा कि “RSS से सीखने के लिए कुछ नहीं है.” खेड़ा ने तीखा हमला करते हुए RSS को नाथूराम गोडसे से जोड़ा, जिसने महात्मा गांधी की हत्या की थी. खेड़ा ने कहा, “RSS से सीखने के लिए कुछ नहीं है. गोडसे के लिए जाने जाने वाला संगठन गांधी द्वारा स्थापित संगठन को क्या सिखा सकता है?” 



सचिन पायलट ने रखी राय

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी रविवार को दिग्विजय सिंह की टिप्पणियों के जवाब में दोहराया कि विपक्षी पार्टी एकजुट है, लेकिन सभी को अपनी राय रखने का अधिकार है. मीडिया से बात करते हुए राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने RSS और PM मोदी के बारे में दिग्विजय सिंह के मामले पर अपना रुख बताया. उन्होंने कांग्रेस के अंदरूनी वैचारिक मतभेद की अफवाहों को खारिज कर दिया. स्थिति को समझाते हुए उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी एकजुट है. देश को एक मजबूत विपक्ष की ज़रूरत है.

हमारा मकसद संगठन को मजबूत करना है. हमारी पार्टी में हमें अपने विचारों के बारे में बोलने का अधिकार है.” उन्होंने आगे कहा कि दिग्विजय सिंह ने वही कहा जो वह कहना चाहते थे, लेकिन हर कांग्रेस सदस्य का मुख्य लक्ष्य विपक्षी नेताओं को मजबूत करना है. पायलट ने कहा, “उन्होंने जो कहना था, कह दिया, और उसके बाद उन्होंने अपना स्पष्टीकरण भी दिया. सभी कांग्रेस नेताओं का सिर्फ़ एक ही लक्ष्य है खड़गे और राहुल जी को मजबूत करना.”

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