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इंदौर, मप्र। राष्ट्रपति द्रौपदी(President Murmu) मुर्मू 17 वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में शामिल होने लिए आज इंदौर पहुंची हैं। राष्ट्रपति मुर्मू सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगी। प्रवासी भारतीय दिवस बीते 8 जनवरी को शुरू हुआ था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ सम्मेलन का उद्धाटन किया। दूसरे दिन 9 जनवरी को पीएम मोदी सम्मेलन को संबोधित करने लिए इंदौर पहुंचे। 17 वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 70 देशों के 3500 से ज्यादा अतिथियों ने हिस्सा लिया है। कार्यक्रम में सुरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी, गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली समेत कई देशों के गणमान्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया था।
बीते दिन पीएम ने संबोधित कर कहा कि ” हम देशवासियों की ओर से आए सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हैं।ये ‘प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन’ मध्य प्रदेश की धरती पर हो रहा है, जिसे देश का ह्रदय क्षेत्र कहा जाता है। मध्य प्रदेश में मां नर्मदा का जल, यहां के जंगल, आदिवासी परंपरा और यहां का अध्यात्म आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगी। ‘स्वदेशो भुवनत्रयम्’ अर्थात हमारे लिए पूरा संसार ही हमारा स्वदेश है, मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था।”
सुरीनाम के राष्ट्रपति ने अपने संबोधन के दौरान बोले” मां और मातृभूमि स्वर्ग से बढ़ कर है। भारत के स्वच्छतम शहर और स्मार्ट सिटी इंदौर में मिले प्रेम, सम्मान और सत्कार ने इस अनुभूति को साकार कर दिया। प्रवासी भारतीय सम्मेलन दोनों देशों के लिए संभावनाओं के नए द्वार खोलेगा।” इसके अलावा उन्होंने प्रवासी भारतीयों के लिए कैरेबियन देशों सहित अन्य देशों में हिंदी, योग, आयुर्वेद, अध्यात्म आदि पर प्रशिक्षण की व्यवस्था करने की भी बात कही। बता दें कि संतोखी भारतीय मूल के हैं।
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ इरफान अली ने संबोधन के दौरान भारत में तेजी से हो रही तकनीकी बदलाव की सराहना की है। उन्होंने कहा” भारत प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, मृदा संचलन, सतत विकास के क्षेत्र में अग्रणी रहा है, और मैं उन विभिन्न मॉडलों को देखने के लिए बहुत उत्सुक हूं जिनका भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था के निर्माण में उपयोग किया होगा।” इसके अलावा उन्होंने कोरोना काल के दौरान भारत के द्वारा प्रयासों की तारीफ की।
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