संबंधित खबरें
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
मिल गया जयपुर गैस टैंकर हादसे का हैवान? जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस रह गई हैरान
भारत बनाने जा रहा ऐसा हथियार, धूल फांकता नजर आएगा चीन-पाकिस्तान, PM Modi के इस मास्टर स्ट्रोक से थर-थर कांपने लगे Yunus
‘जर्सी नंबर 99 की कमी खलेगी…’, अश्विन के सन्यास से चौंक गए PM Modi, कह दी ये बड़ी बात, क्रिकेट प्रशसंक भी रह गए हैरान
महाराष्ट्र फतह के बाद फिर से चुनावी तैयारी में जुटे Fadnavis, शरद पवार ने सीधे CM को कर दिया कॉल, राज्य की राजनीति में अभी नहीं थमा है तूफान
GST Council Meeting Highlights: कौड़ियों के दाम में मिलेंगी ये चीजें, निर्मला सीतारमण के इस फैसले से खुशी से उछल पड़े सभी वर्ग के लोग
इंडिया न्यूज, जयपुर:
विश्व के सात अजूबों में शुमार व मोहब्बत की निशानी ताजमहल (Taj Mahal) को लेकर जयपुर रॉयल फैमिली (Jaipur Royal Family) ने अब दावा किया है कि यह स्मारक उनके पुरखों की विरासत है, मुगलों की नहीं। रॉयल फैमिली की सदस्य दीया कुमारी ने यह दावा किया है। वह जसमंद से सांसद भी हैं।
उन्होंने दावा किया है है कि ताजमहल की जमीन उनके पुरखों की थी। ताजमहल पर तमाम दावों के बीच दीया कुमारी ने यह भी कहा है कि उस समय मुगलों का शासन था और मुगलों ने उनके पुरखों की जमीन को ले लिया था। दीया कुमारी का दावा है कि इसके कागजात उनके पोथीखाने में हैं। सांसद ने बंद तहखाने खुलवाने की मांग की है।
राजकुमारी दीया कुमारी (Princess Diya Kumari) का कहना है कि उनके दावे की शाहजहां द्वारा राजा जयसिंह को जारी किया गया फरमान भी पुष्टि करता है। शाहजहां ने जिस स्थान पर ताजमहल के निर्माण के लिए चुना था, वह राजा मानसिंह की जमीन थी। 16 दिसंबर, 1633 (हिजरी 1049 के माह जुमादा 11 की 26/28 तारीख) को जारी फरमान से इसकी पुष्टि होती है। शाहजहां ने यह फरमान राजा जयसिंह को हवेली देने के लिए दिया था।
शाहजहां द्वारा जारी किए गए फरमान में जिक्र है कि शाहजहां ने मुमताज को दफनाने के लिए राजा मानसिंह की हवेली मांगी थी। इसके बदले में राजा जयसिंह को चार हवेलियां दी गई थीं। राजकुमारी दीया कुमारी का कहना है कि इस फरमान की सत्यापित कॉपी जयपुर स्थित सिटी पैलेस म्यूजियम में संरक्षित है।
राजकुमारी दीया कुमारी (Princess Diya Kumari) ने कहा, शाहजहां ने राजा जयसिंह द्वारा राजा जयसिंह को दी गई चार हवेलियों में राजा माधौदास की हवेली, राजा भगवान दास की हवेली, रूपसी बैरागी की हवेली मुहल्ला अतगा खान के बाजार में स्थित और चांद सिंह पुत्र सूरज सिंह की हवेली अतगा खान के बाजार में स्थित थीं। इतिहासविद् राजकिशोर राजे कहते हैं कि चार में से दो हवेलियां पीपल मंडी में थीं। वहीं अन्य दो हवेलियों की ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है।
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे
ये भी पढ़े : कुतुब मीनार का नाम अब विष्णु स्तंभ करने की मांग, यूनाइटेड हिंदू फ्रंट ने किया ये दावा…
ये भी पढ़े : देशद्रोह कानून मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को पुनर्विचार के लिए एक दिन का समय दिया
Connect With Us : Twitter | Facebook | Youtube
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.