संबंधित खबरें
कौन हैं Manmohan Singh की पत्नी गुरशरण कौर? रुला देगी पति के प्रति समर्पण की कहानी
ये शख्स देगा Manmohan Singh के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि, जानें अंतिम संस्कार को लेकर क्या कहता है शास्त्र
Manmohan Singh की खातिर PM Modi ने पाकिस्तान को दिखाई थी उसकी औकात, मांगनी पड़ी थी माफी, कांप गए थे वजीरे आजम
'अकेले Manmohan Singh ने मुसलमानों के लिए…', छलक पड़े ओवैसी के आंसू, कह दी ये बड़ी बात
दो बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भी मनमोहन सिंह की अधूरी रह गई थी ये ख्वाहिश, पाकिस्तान से जुड़ा है कनेक्शन
पूर्व PM मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार क्यों नहीं होगा आज? सामने आई देरी की बड़ी वजह
Priyanka Gandhi UP Elections 2022
अजीत मैंदोला
नई दिल्ली। महासचिव प्रियंका गांधी कांग्रेस को लेकर लगाए जा रहे कमजोर आकलनों को दरकिनार कर उत्तर प्रदेश में पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए अब चुनाव तक लगातार प्रदेश के कार्यकर्ताओं के बीच मे रहेंगी। दिल्ली आना जाना होगा, लेकिन सीमित। प्रियंका की यही रणनीति है कि चुनाव तक कार्यकर्ताओं को इतना रिचार्ज कर दिया जाए कि कांग्रेस मुकाबले में दिखाई दे।
पांच दिन के दौरे पर प्रियंका ने सोमवार को अचानक फिर लखनऊ पहुंच कार्यकर्ताओं को यही संदेश दिया है। हालांकि वह 2 अक्टूबर से चुनावी यात्रा पर निकलने जा रही थी। लेकिन पितृपक्ष के चलते अब नवरात्रों में यात्रा की शुरूआत करेंगी। यात्रा कार्यक्रम को जल्दी अंतिम रूप दे दिया जाएगा। अब यह तय सा माना जा रहा है कि प्रियंका प्रदेश की मौजूदा टीम के सहारे ही चुनावी नैया को खींचने का प्रयास करेंगी। हालांकि तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द प्रशांत किशोर समेत कई ऐसे युवा नेता कांग्रेस शामिल कराए जाएंगे जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला करने के मास्टर हों। वह नेता यूपी में क्या रोल निभाएंगे इसका पता आने वाले दिनों में चलेगा। लेकिन फिलहाल यूपी की रणनीति में अब बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होने वाला।
प्रदेश का प्रभारी महासचिव बनने के बाद प्रियंका भले ही लखनऊ जा कर न बसीं हो, लेकिन वह पार्टी ऐसी पहली महासचिव बन गई हैं जिन्होंने अपने प्रभार वाले राज्य के सबसे ज्यादा दौरे कर पार्टी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरने में कोई कमी नहीं रखी। संगठन में जो हो सकता था प्रियंका ने किया। प्रदेश प्रभारी धीरज गुर्जर कहते हैं कि प्रियंका गांधी के दौरों से कार्यकर्ताओं में जान आई है। वह सीधे संवाद करती हैं, उससे कार्यकर्ता उत्साहित होते हैं । यही वजह है कि आज यूपी के हर कोने में पार्टी का कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी में जुट गया है। अभी कांग्रेस को जो लोग हल्के में ले रहे हैं चुनाव परिणाम सबको चौंका देंगे। प्रियंका की अगुवाई में कांग्रेस यूपी में वापसी कर रही है।
कांग्रेस किस पोजिशन में रहेगी इसके बारे में तो चुनाव परिणाम बताएंगे। लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं है कि प्रियंका गांधी अपनी तरफ से यूपी के कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। प्रियंका भी जानती हैं यूपी समेत अगले साल होने वाले सात राज्यों के चुनाव उनके राजनीतिक कैरियर के लिए खासे महत्वपूर्ण हैं। खासतौर पर यूपी और पंजाब के चुनाव। पंजाब में तो कांग्रेस के पास नेता ही नेता हैं, लेकिन असल संकट यूपी में है। नेता के नाम असल नाम प्रियंका गांधी है। उन्हें ही ऐसा चमत्कार करना होगा जिससे कांग्रेस फिर से यूपी में जिंदा हो जाए।
प्रदूषण नियंत्रण में सबसे आगे Delhi Metro ,Carbon Credit बेचकर कमाए करोड़ों
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.