इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
पंजाब (Punjab) की भगवंत मान सरकार (Bhagwant Mann Government) ने एक और बड़ा फैसला किया है। प्रदेश सरकार ने लगभग 184 पूर्व विधायकों और मंत्रियों की सुरक्षा वापस लेने के आदेश जारी कर दिए हैं। 300 से अधिक कर्मचारी इन वीआईपी की सुरक्षा में लगे थे। एडीजीपी ने राज्य के सभी पुलिस चीफ को ये आदेश भेजे हैं।
सत्ता संभालने के बाद दूसरी लिस्ट जारी
गौरतलब है कि पंजाब (Punjab) में इस साल फरवरी मे हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पंजाब (Punjab) में पहली बार आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार (Government) बनी है और उसके बाद यह दूसरी बार है जब सरकार की तरफ से कर्मचारियों की सुरक्षा वापस लेने की लिस्ट जारी की गई है। जिनकी सुरक्षा वापस ली गई है उनमें एक दर्जन से अधिक पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद शामिल हैं।
चन्नी परिवार की सुरक्षा में तैनात कर्मी भी वापस बुलाए
एडीजीपी के ताजा आदेश के अनुसार पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के परिवार की सुरक्षा में लगे सुरक्षा कर्मियों को भी वापस बुला लिया गया है। इसके अलावा पूर्व आईपीएस अफसरों की सुरक्षा में तैनात कर्मचारी भी वापस बुला लिए गए हैं।
ताजा सूची के मुताबिक इनकी भी सुरक्षा वापस ली
जिन कर्मचारियों की सुरक्षा वापस लेने के आदेश जारी हुए हैं उनमें आप के प्रदेश कन्वीनर रहे सुच्चा सिंह छोटपुर भी शामिल हैं। उनके अलावा बीबी जगीर कौर, तोता सिंह, पूर्व सांसद संतोष चौधरी, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा, पूर्व सांसद राजीव शुक्ला, गुलजार सिंह राणिके, पूर्व सांसद वरिंदर सिंह बाजवा, जनमेजा सिंह सेखो, मदन मोहन मित्तल और सोहन सिंह ठंडल शामिल हैं। इनके अलावा कई पूर्व चेयरमैनों की सुरक्षा भी वापस ले ली गई है।
पिछले महीने में भी वीआईपी की सुरक्षा में लगे 400 से ज्यादा अलग-अलग बटालियनों व कमांडो कर्मियों को हटा दिया गया था। बता दें कि सबसे ज्यादा सुरक्षा पंजाब की पूर्व सरकार में मंत्री रहे वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और अमरिंदर सिंह राजा वाडिंग से वापस ली गई थी।
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