होम / Raebareli Lok Sabha Seat: रायबरेली और कांग्रेस का संबंध, इस सीट से चुनाव लड़ने वाले गांधी परिवार की तीसरी पीढ़ी बने राहुल-Indianews

Raebareli Lok Sabha Seat: रायबरेली और कांग्रेस का संबंध, इस सीट से चुनाव लड़ने वाले गांधी परिवार की तीसरी पीढ़ी बने राहुल-Indianews

Shubham Pathak • LAST UPDATED : May 3, 2024, 11:09 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Raebareli Lok Sabha Seat: रायबरेली और कांग्रेस का संबंध, इस सीट से चुनाव लड़ने वाले गांधी परिवार की तीसरी पीढ़ी बने राहुल-Indianews

Raebareli Lok Sabha Seat

India News(इंडिया न्यूज),Raebareli Lok Sabha Seat: कांग्रेस का आखिरी गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली को लेकर लगातार बन रहे सस्पेंस से पर्दा उठाते हुए कांग्रेस ने राहुल गांधी को रायबरेली की कमान सौंपी। इसके साथ ही राहुल गांधी इस सीट से चुनाव लड़ने वाले गांधी परिवार के तीसरी पीढ़ी बन गए है। जानकारी के लिए बता दें कि, अपने दादा फिरोज गांधी, दादी इंदिरा गांधी और मां सोनिया गांधी के नक्शेकदम पर चलते हुए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ने वाले गांधी परिवार की तीसरी पीढ़ी होंगे, जिसे गांधी परिवार का आखिरी गढ़ माना जाता है।

  • कांग्रेस का आखिरी गढ़ है रायबरेली
  • यहां से चुनाव लड़ने वाले राहुल परिवार की तीसरी पीढ़ी
  • फिरोज गांधी ने सबसे पहले लड़ा था चुनाव

नामांकन के आखिरी दिन लिया फैसला

जानाकारी के लिए बता दें कि, नामांकन के आखिरी दिन, कांग्रेस ने रायबरेली से राहुल गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा की। केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ने वाले राहुल गांधी 2019 में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से अमेठी सीट हार गए थे। कांग्रेस ने इस बार अमेठी से किशोरी लाल शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है।

ये भी पढ़े:- Congress: खत्म होगा रायबरेली और अमेठी का सस्पेंस, कांग्रेस ने तेज की डी-डे की तैयारी- indianews

रायबरेली से राहुल क्यों?

जानकारी के लिए बता दें कि, गांधी परिवार 1952 से रायबरेली का प्रतिनिधित्व करता रहा है। फिरोज गांधी ने 1952 और 1957 में यह सीट जीती थी। इंदिरा गांधी 1967 और 1977 के बीच रायबरेली की सांसद (एमपी) थीं। आपातकाल के बाद 1977 का चुनाव राज नारायण से हारने के बाद 1980 में वे संसद में लौटीं। इंदिरा गांधी ने 1980 में रायबरेली से चुनाव लड़ा, लेकिन अविभाजित आंध्र प्रदेश में अपनी दूसरी सीट मेडक को बरकरार रखा। 2004 से सोनिया गांधी रायबरेली की सांसद बनी रहीं। करीबी रिश्तेदार अरुण नेहरू और शीला कौल ने भी इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है।

क्या कहते है राजनीतिक रणनीतिकार?

माना जाता है कि कांग्रेस के रणनीतिकारों ने राहुल गांधी को रायबरेली से चुनाव लड़ने की सलाह दी है, जो गांधी परिवार की सीट है, और प्रियंका गांधी वाड्रा को अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ लड़ने की सलाह दी है। कई नेताओं ने कहा कि प्रियंका गांधी ने देश भर में पार्टी के लिए प्रचार करने की अपनी प्रतिबद्धता का हवाला देते हुए चुनाव से बाहर होने का फैसला किया है। उन्होंने पहली बार इस व्यापक भूमिका को संभाला है।

गांधी परिवार के लिए सबसे सुरक्षित सीट

अमेठी के अन्य पारिवारिक गढ़ की तुलना में रायबरेली एक सुरक्षित सीट है। राहुल गांधी के लिए अमेठी का मतलब एक और कठिन मुकाबला होता। 2019 के चुनाव में, जब कांग्रेस उत्तर प्रदेश की अन्य सीटों से साफ हो गई थी, सोनिया गांधी रायबरेली में 55.8% वोट पाने में सफल रहीं। इसके साथ ही सोनिया गांधी के राज्यसभा में जाने के बाद कांग्रेस के लिए उत्तर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाला एक शीर्ष नेता होना जरूरी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (कर्नाटक), महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल (केरल) और मुख्य प्रवक्ता जयराम रमेश (कर्नाटक) दक्षिण से हैं। उत्तर भारत से अपने शीर्ष नेता को मैदान में उतारना राजनीतिक रूप से विवेकपूर्ण था।

ये भी पढ़े:- Shaksgam Valley: सीमा पर जमीनी स्थिति को बदलने के हरकत में चीन, भारत ने दी कड़ी प्रतिक्रिया-Indianews

कांग्रेस का दक्षिण में प्रदर्शन

इसके साथ ही बता दें कि, कांग्रेस ने दक्षिण भारत में बेहतर प्रदर्शन किया है। उत्तर भारतीय राज्यों में, खासकर उन छह राज्यों में जहां उसका सीधा मुकाबला भाजपा से है, अगर पार्टी सत्ता में वापस आना चाहती है तो उसे अपनी सीटों की संख्या में सुधार करना होगा। चुनाव से पहले कांग्रेस ने दो दक्षिण भारतीय राज्यों-कर्नाटक और तेलंगाना में जीत हासिल की, लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ में उसे हार का सामना करना पड़ा। उत्तर भारत में कांग्रेस केवल हिमाचल प्रदेश में सत्ता में है और झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Meerapur by-election: अखिलेश यादव का CM योगी पर तंज, कहा- ‘नारों से न खोदें बारूद की सुरंग, महाराष्ट्र चुनाव के बाद …’
Meerapur by-election: अखिलेश यादव का CM योगी पर तंज, कहा- ‘नारों से न खोदें बारूद की सुरंग, महाराष्ट्र चुनाव के बाद …’
पारंपरिक सोने के ब्रश से दांत साफ करती हैं ये बॉलीवुड एक्ट्रेस, सामने आई तस्वीर देख फैंस के भी उड़ गए होश
पारंपरिक सोने के ब्रश से दांत साफ करती हैं ये बॉलीवुड एक्ट्रेस, सामने आई तस्वीर देख फैंस के भी उड़ गए होश
धार्मिक स्थल पर उपद्रवियों ने दूसरे समुदाय का लहराया झंडा, पुलिस ने उपद्रवी को किया गिरफ्तार
धार्मिक स्थल पर उपद्रवियों ने दूसरे समुदाय का लहराया झंडा, पुलिस ने उपद्रवी को किया गिरफ्तार
Rajasthan SI Paper Leak: SI भर्ती-2021 में सिलेक्ट एसआई की पोस्टिंग पर रोक, पासिंग आउट परेड भी नहीं होगी; हाईकोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला
Rajasthan SI Paper Leak: SI भर्ती-2021 में सिलेक्ट एसआई की पोस्टिंग पर रोक, पासिंग आउट परेड भी नहीं होगी; हाईकोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला
UP से हरियाणा के लिए नई रेल सेवा ! इस रूट पर होंगे 8 नए स्टेशन
UP से हरियाणा के लिए नई रेल सेवा ! इस रूट पर होंगे 8 नए स्टेशन
फेफड़ों को सड़ा रहा है हवा में फैला खतरनाक धुआं, बचने के लिए डाइट में शामिल करनी होंगी ये 3 सेहतमंद चीजें, गंदगी को तुरंत करेगा बाहर
फेफड़ों को सड़ा रहा है हवा में फैला खतरनाक धुआं, बचने के लिए डाइट में शामिल करनी होंगी ये 3 सेहतमंद चीजें, गंदगी को तुरंत करेगा बाहर
UP By Election 2024: ‘भारत में बैठकर ट्रंप को …’, ककराैली में मंच से जमकर बरसे ओवैसी ; सीएम योगी को दी खुली चुनौती
UP By Election 2024: ‘भारत में बैठकर ट्रंप को …’, ककराैली में मंच से जमकर बरसे ओवैसी ; सीएम योगी को दी खुली चुनौती
उज्जैन में 592 करोड़ की लागत से बनेगा नया मेडिकल कॉलेज, 3 साल में बनकर तैयार
उज्जैन में 592 करोड़ की लागत से बनेगा नया मेडिकल कॉलेज, 3 साल में बनकर तैयार
Delhi Air Pollution: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच BJP ने बांटे मास्क, AAP पर जमकर बोला हमला
Delhi Air Pollution: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच BJP ने बांटे मास्क, AAP पर जमकर बोला हमला
स्टेशन पर ऑन ड्यूटी रेल कर्मी की ट्रेन से कटकर हुई मौत, हादसा या आत्महत्या ?
स्टेशन पर ऑन ड्यूटी रेल कर्मी की ट्रेन से कटकर हुई मौत, हादसा या आत्महत्या ?
श्री कृष्ण ही नहीं छुपकर ये भगवान भी कर रहे थे अर्जुन की मदद, कौरवों को पता भी नहीं चले ये 3 राज?
श्री कृष्ण ही नहीं छुपकर ये भगवान भी कर रहे थे अर्जुन की मदद, कौरवों को पता भी नहीं चले ये 3 राज?
ADVERTISEMENT