संबंधित खबरें
‘कुछ लोग खुश है तो…’, महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारें के बाद अजित पवार ने कह दी ये बड़ी बात, आखिर किस नेता पर है इनका इशारा?
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
मिल गया जयपुर गैस टैंकर हादसे का हैवान? जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस रह गई हैरान
भारत बनाने जा रहा ऐसा हथियार, धूल फांकता नजर आएगा चीन-पाकिस्तान, PM Modi के इस मास्टर स्ट्रोक से थर-थर कांपने लगे Yunus
‘जर्सी नंबर 99 की कमी खलेगी…’, अश्विन के सन्यास से चौंक गए PM Modi, कह दी ये बड़ी बात, क्रिकेट प्रशसंक भी रह गए हैरान
India News (इंडिया न्यूज़), Raghav Chadha: आप नेता राघव चड्ढा ने मंगलवार को सनातन धर्म पर DMK नेता उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान की निंदा की। उन्होंने इंडिया गठबंधन का समर्थन करते हुए कहा कि किसी भी पार्टी के कुछ “छोटे” नेताओं द्वारा दिए गए बयानों को इंडिया गठबंधन का आधिकारिक रुख नहीं माना जा सकता है।
आप संसद चड्ढा ने पीटीआई से कहा, “मैं सनातन धर्म से हूं। मैं ऐसे बयानों की निंदा और विरोध करता हूं। इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए। किसी भी धर्म पर ऐसी टिप्पणी करने से दूर रहना चाहिए। हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।” गौरतलब है कि बीजेपी इस मुद्दे को लेकर विपक्षी इंडिया गठबंधन पर हमला बोल रही है। बीजेपी ने इस बयान को वोट-बैंक की राजनीति के लिए सनातन धर्म को निशाना बनाने का विपक्षी गठबंघन का गुप्त एजेंडा बताते हुए आरोप लगाया।
आप संसद राघव चड्ढा ने कहा, “किसी पार्टी का कोई नेता इस तरह की टिप्पणी करता है… इसका मतलब यह नहीं है कि यह गठबंधन का बयान है। देश के सामने महंगाई, बेरोजगारी जैसे बड़े मुद्दों को उठाने के लिए गठबंधन बनाया गया है। यह बयान किसी छोटे नेता ने दिया है।” , जबकि एक राज्य में एक जिले में खड़ा है, गठबंधन का आधिकारिक रुख नहीं है,”
बता दें कि नातन को लेकर विवाद उस वक्त उठा जब DMK पार्टी के नेता और सीएम एम. के. स्टलिन के बेटे उध्यनिधि स्टलिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से करते हुए इसे खत्म करने की बात कही। अब उनके बयान के बाद कई राजनीति पार्टियों के नेता इस पर अपनी-अपनी राय रख रहें हैं। इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जून के बेटे प्रियंक खरगें ने भी धर्म में त्रुटि और असमानता होने की बात कही है।
आप संसद ने कुछ दिन पहले मुबंई में हुई विपक्षी दलों की बैठक के बारे में बताते हुए कहा कि बैठक में उन मुद्दों पर चर्चा होगी जो हम उठाएंगे, रैलियों या घर-घर अभियान, सार्वजनिक रैली के साथ-साथ राज्यों में गतिशीलता के माध्यम से हम उन पर लोगों तक कैसे पहुंचेंगे। सभी राज्य अलग-अलग हैं और वह इस तरह हम अपनी विविधता का जश्न मनाते हैं। चुनावी रंग अलग है। हम राज्यवार इस पर चर्चा करेंगे।” उन्होंने कहा कि “इस गठबंधन को सफल बनाने के लिए प्रत्येक राजनीतिक दल को तीन चीजों का त्याग करना होगा – महत्वाकांक्षा (महत्वाकांक्षा), मतभेद (मतभेद) और व्यक्ति
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.