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India News (इंडिया न्यूज़), Parliament, दिल्ली: संसद का मानसून सत्र आज समाप्त हो गया। लोकसभा और राज्यसभा का आज अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। आखिरी दिन संसद में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने AAP दो सांसदों राघव चड्ढा और संजय सिंह पर कार्रवाई की। राघव चड्डा को नियमों के उल्लंघन और खराब आचरण के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। साथ ही सभापति ने पहले से निलंबित संजय सिंह का निलंबन बढ़ा दिया गया।
AAP के इन दोनों सांसदों का निलंबन तब तक जारी रहेगा जब तक संसद की विशेषाधिकार समिति दोनों के मामले में रिपोर्ट नहीं दे देती। सभापति ने कहा कि मैं राघव चड्ढा को उच्च सदन की सेवा से तब तक निलंबित करता हूं जब तक विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट नहीं आ जाती। संजय सिंह का निलंबन बढ़ाया जाता है। मुझे इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजना सही लगता है…24 जुलाई 2023 का निलंबन आदेश वर्तमान सत्र से आगे भी जारी रह सकता है, जब तक कि सदन को विशेषाधिकार समिति की सिफारिश नहीं मिल जाती।
#WATCH | Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar announces, "…I suspend Raghav Chadha from the service of the Council till the Council has the benefit of the report by the Committee of Privileges." pic.twitter.com/OXMGitpdMQ
— ANI (@ANI) August 11, 2023
7 अगस्त को दिल्ली सेवा बिल पर राज्यसभा में बहस हो रही थी। वोटिंग से पहले सांसद संशोधन या बिल पर अपना अन्य प्रस्ताव सभापति (या जो भी कुर्सी पर हो) को देते है। राघव चड्डा ने बिल को स्टैंडिग कमेटी के पास भेजने का प्रस्ताव दिया और कुछ सांसदो के नाम पर दिए, जिनको कमेटी में रखा जाना था।
पांचों सांसदों में कहा कि उनका नाम देने से पहले उनकी सहमति नहीं ली गई और उनका फर्जी हस्ताक्षर किया गया। इन सांसदों में सस्मित पात्रा (BJD), नरहरि अमीन (BJP), सुधांशु त्रिवेदी (BJP), नागालैंड से सांसद फांगनोन कोन्याक (BJP) और लोकसभा के पूर्व उपसभापति और अन्नाद्रमुक सांसद थंबीदुरई शामिल थे। तब उपसभापति ने कहा था कि मामले की जांच कराई जाएगी।
24 जुलाई को राज्यसभा में विपक्ष मणिपुर की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रखा था। तब सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस पर चर्चा बाद में की जाएगी प्रश्नकाल चलने दिया जाए। प्रश्न काल कुछ ही मिनटों तक चला। इसके बाद संजय सिंह सभापति की कुर्सी के पास तक आ गए। सभापति ने उन्हें वापस जाने को कहा, लेकिन वो माने नहीं। बाद में पीयूष गोयल ने उन्हें निलंबित करने का प्रस्ताव रखा और सदन की सहमति से संजय सिंह को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया।
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