इंडिया न्यूज, Rajasthan News (Resolution Against Agneepath Scheme):
केंद्र सरकार की सेना में भर्ती के लिए नई योजना अग्निपथ का लगातार 5 दिन से कई राज्यों में विरोध हो रहा है। इसी बीच राजस्थान कांग्रेस सरकार के मंत्रिपरिषद ने अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है। इसमें केंद्र सरकार से अपील की कि वह तीनों सेनाओं में युवाओं की लघु अवधि के लिए संविदा भर्ती की अग्निपथ योजना को जनहित और युवाओं की भावना को ध्यान में रखते हुए वापस ले ले।
बताया गया है कि सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में देशभर के युवाओं द्वारा अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन पर चिंता जाहिर की गई। इस दौरान मंत्रिपरिषद ने युवाओं से अपनी बात शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से रखने की अपील भी की गई है।
सेना में दक्षता बढ़ाने के लिए स्थायी भर्ती की जरूरत
बैठक के बाद कहा गया कि भारतीय सेना अपने अदम्य साहस के लिए दुनियाभर में जानी जाती है। दुनिया की सबसे बहादुर सेनाओं में भारतीय सेना शामिल है। भारतीय सेना का इतिहास गौरवशाली रहा है जिस पर पूरे देश को गर्व है। सेना का आत्मविश्वास और प्रतिष्ठा हमेशा बनी रहे, इसके लिए सेना में कुशलता, अनुभव एवं स्थायित्व का होना अनिवार्य है। अत: सेना में दक्षता बढ़ाने के लिए ये जरूरी है कि अल्पकाल के स्थान पर स्थायी रूप से भर्तियां हों न कि 4 साल के लिए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुलाई बैठक
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन आज भी हो रहे हैं। पंजाब और केरल में भी युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। लुधियाना रेलवे स्टेशन में तोड़फोड़ की खबरें आई है। इसके बाद पंजाब के अमृतसर में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसी के मद्देनजर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज दूसरी बार इस स्कीम पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई है। इस बैठक में तीनों सेना प्रमुखों को बुलाया गया है।
वायुसेना ने अग्निवीरों की भर्ती का विवरण किया जारी
बता दें आज भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ स्कीम में अग्निवीरों की भर्ती का विवरण अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसमें बताया गया है कि 4 साल की सेवा के दौरान अग्निवीरों को कई ऐसी सुविधाएं दी जाएंगी जो स्थायी वायुसैनिकों को मिलती है। अग्निवीरों को सैलरी के साथ हार्डशिप एलाउंस, यूनीफार्म एलाउंस, कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा भी मिलेगी। ये सभी सुविधाएं एक स्थायी सैनिक को मिलती हैं।
इसके अलावा साल में 30 छुट्टियां मिलेंगी। अग्निवीरों को सेवा काल के दौरान ट्रैवल एलाउंस भी मिलेगा। वायु सेना ने बताया कि इन 4 साल के दौरान यदि किसी अग्निवीर की मृत्यु होती है तो उसके परिवार को बीमा कवर के तौर पर एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा ड्यूटी के दौरान विकलांग होने पर 44 लाख रुपए दिए जाएंगे।