India News (इंडिया न्यूज़), Ramesh Bidhuri controversy: BJP संसद रमेश बिधूड़ी के लोकसभा में BSP सांसद दानिश अली पर की गई अमर्यादित टिप्पणी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में बीजेपी के नेता निशिकांत दूबे ने दानिश अली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया। अब बीजेपी संसद निशिकांत देबू के इस आरोप पर दानिश अली ने प्रतिक्रिया देते हुए उनके अरोपों का खंड्डन किया है।
रविवार (24 सिंतबर) को दानिश अली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर निशिकांत दूबे के आरोपों पर जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मैं चैलेंज करता हूं कि निशिकांत दूबे आरोपों को साबित करें। वरबल लिंचिंग संसद के अंदर तो हो गई। ये मेरी हत्या करना चाहते हैं। लोगों को उकसाना चाहते हैं। मेरे फोन पर भी धमकी भरे मैसेज आ रहे हैं। अभी तक सड़कों पर लिंचिंग होती थी, लेकिन अब सदन में भी लिंचिंग होने लगी है। आप लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं।”
निशिकांत दूबे ने क्या कहा
दरअसल, दानिश अली के खिलाफ बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि “रमेश बिधुड़ी द्वारा दानिश अली के लिए जो असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया गया वह समाज स्वीकार नहीं करेगा, इन शब्दों का प्रयोग निंदनीय है।
उन्होंने आगे दानिश अली पर आरोप लगाते हुए कहा कि सदन में दानिश अली बार-बार प्रधानमंत्री को ‘नीच’ कह रहे थे। मैंने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर दानिश अली की टिप्पणी और उस दिन चर्चा के दौरान सौगात रॉय और अन्य सदस्यों द्वारा दिए गए बयानों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने का अनुरोध किया है।”
क्या है मामला
ता दें कि 5 दिवसीय विशेष सत्र के चौथे दिन लोकसभा में बीजेपी संसद रामेश बिधूड़ी चंद्रयान-3 को लेकर अपना भाषण दे रहे थे। इसी बीच बीएसपी संसद दानिश अली ने उन्हें किसी बात पर टोकने की कोशिश की। इसके बाद बीजेपी सांसद भड़क गए और दानिश अली पर अमर्यादित टिप्पणी करने लगे। रमेश बिधूड़ी के बयान पर चेयर पर बैठक स्पीकर ने भी आपत्ती जताते हुए उन्हें टोका।
ये भी पढ़ें-
- Ramesh Bidhuri controversy: रमेश बिधूड़ी ने अपने बयान पर पहली बार दी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा
- Titanic: 26 साल पुरानी घटना पर आधारित इस फिल्म ने कमाए 8726 करोड़, जानें क्या थी कहानी
- Loksabha Election 2024: ‘असल मुद्दे से गायब भाजपा की सरकार’ एक देश, एक चुनाव सब जुमला क्यों बोले राहुल गांधी?