संबंधित खबरें
अमित शाह के बयान के बाद पूरे विपक्ष को लगी मिर्ची, ममता की पार्टी ने गृह मंत्री के खिलाफ उठाया ये कदम, पूरा मामला जान तिलमिला उठेंगे भाजपाई
गेटवे ऑफ इंडिया के पास बड़ा हादसा, नेवी की स्पीड बोट से टकराई नाव, बचाव अभियान जारी…अब तक 13 की मौत
वैष्णो देवी जाने वाले भक्तों को लगा बड़ा झटका! अब नहीं कर सकेंगे ये काम
सदन में उनका रौद्र रूप में आए सतीश महाना, मार्शल से कहा-अतुल प्रधान को उठाकर बाहर फेंक…
Exclusive Interview: PM Modi के 10 सालों में कितना बदल गया भारत? MP Kartikeya Sharma ने बताया विदेशों में कैसे बढ़ी इंडिया की शान
80 लोगों को ले जा रही नाव हुई तबाह,पानी के अंदर अपनी सांसें गिनते रहे लोग, फिर…
India News (इंडिया न्यूज), Digital Arrest: अलीगढ़ से एक साइबर ठगी का मामला सामने आया है। दरअसल, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ( AMU) की एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर से कथित तौर पर 75 लाख रुपये से अधिक की ठगी की गई। जालसाजों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बनकर उन्हें 10 दिनों तक ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ में रखा। कमर जहां ने शुक्रवार को एक प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस ने तुरंत संबंधित बैंकों को अलर्ट जारी किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पाया कि पैसे 21 अलग-अलग बैंक खातों के माध्यम से भेजे गए थे। उन्होंने बताया कि पुलिस के हस्तक्षेप के कारण 13 लाख रुपये के लेन-देन रोक दिए गए।
इस मामले की जांच कर रहे साइबर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर वीडी पांडे ने पीटीआई को बताया कि पीड़िता को 10 दिनों से अधिक समय तक डिजिटल गिरफ्तारी में रखा गया, जिसके दौरान आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए जहां पर पैसे देने का दबाव बनाया। ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ एक नया साइबर धोखाधड़ी है, जहां आरोपी सीबीआई या सीमा शुल्क अधिकारियों या ईडी जैसे कानून प्रवर्तन एजेंसी के अधिकारियों के रूप में खुद को पेश करते हैं और प्रतिबंधित दवाओं या मनी लॉन्ड्रिंग मामलों के नकली अंतर्राष्ट्रीय पार्सल के नाम पर वीडियो कॉल करके लोगों को गिरफ्तार करने की धमकी देते हैं।
इजरायल ईरान में करेगा ऐसा हमला कि उनकी 7 पुश्तें भी रखेंगी याद, अमेरिकी अधिकारी ने किया बड़ा खुलासा
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसे 28 सितंबर को पहली कॉल आई थी। आरोपी ने खुद को प्रवर्तन निदेशालय का अधिकारी बताया और उससे कहा कि उसने कुछ संदिग्ध लेन-देन किए हैं, जिसमें वह मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंस गई है। आगे आरोपी ने पीड़िता से कहा कि, गिरफ्तारी से बचने के लिए जहान को अदालत में कुछ पैसे जमा करने होंगे। फिर इसके बाद आरोपी ने उसे कुछ बैंक खाता नंबर दिए और पीड़िता ने मांगों को पूरा करते हुए 75 लाख रुपये से अधिक जमा कर दिए।
गौरी लंकेश के हत्यारों के साथ हिंदू संगठनों ने किया ये काम, पूरा देश रह गया दंग!
पीड़िता ने इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए बताया कि, हालांकि दो दिन पहले उसे लगा कि उसके साथ धोखा हुआ है और उसने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पिछले कुछ हफ्तों के दौरान राज्य में डिजिटल गिरफ्तारी के कई मामले सामने आए हैं। पुलिस ने जनता को सलाह जारी की है कि डिजिटल गिरफ्तारी का कोई प्रावधान नहीं है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.