इतने राज्यों की रिपोर्ट जारी हुई (Revealed In Report Of The Ministry Of Education)
बीते दिनों जारी की गई रिपोर्ट को 28 राज्यों में से 22 और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में 7 प्रदेशों की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। तमिलनाडु ने छात्रों के बीच 5.15 लाख लैपटॉप बांटने का दावा किया है। वहीं कुछ राज्यों में ऐसे बच्चों की संख्या बहुत ज्यादा है जो डिजिटल एक्सेस करने में नाकाम हैं। रिपोर्ट के मुताबि मध्य प्रदेश में (70%), बिहार (58.09%), आंध्र प्रदेश (57%), असम (44.24%), झारखंड (43.42%), उत्तराखंड में (41.17%) और गुजरात में 40 फीसदी बच्चे ऐसे हैं जो डिजिटल डिवाइस के आभाव में अभी भी आॅनलाइन क्लास नहीं ले पा रहे हैं।
स्मार्ट फोन में डेटा उपलब्ध नहीं (Revealed In Report Of The Ministry Of Education)
यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन डेटा के अनुसार असम के 65,907 स्कूलों में 7,01,5898 छात्र पढ़ते हैं, जिसमें से 3,10,6255 छात्रों के पास डिजिटल डिवाइस उपलब्ध नहीं है। इसी तरह आंध्र प्रदेश ने मई 2021 में कुल 81.36 लाख छात्रों में से 29.34 लाख का सर्वेक्षण किया गया और पाया गया कि 2,01,568 छात्रों के पास सेलफोन नहीं है। रिपोर्ट में बताया गया कि 10.22 लाख के अभिभावकों के पास केवल कॉल करने वाले फोन हैं जबकि 4.57 लाख छात्रों के पास स्मार्ट फोन तो हैं लेकिन उसमें डेटा उपलब्ध नहीं है. बिहार में 2.46 करोड़ छात्रों में से 1.43 करोड़ बच्चों के पास डिजिटल उपकरण उपलब्ध नहीं हैं।
स्मार्ट फोन और इंटरनेट नहीं
गुजरात में 12 हजार स्कूलों में किए गए सर्वेक्षण में पाया गया है कि 40 प्रतिशत छात्रों के पास स्मार्टफोन और इंटरनेट की पहुंच नहीं है। झारखंड में 74.89 लाख छात्रों में से 32.52 लाख के पास डिजिटल एक्सेस नहीं है। मध्य प्रदेश में राज्य के 1.57 करोड़ छात्रों में से 98 लाख छात्रों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें से 70% के पास स्मार्टफोन नहीं है। उत्तराखंड में 5.20 लाख बच्चों पर किए गए सर्वे में पता चला कि 2.14 लाख के पास आॅनलाइन क्लास करने के लिए स्मार्टफोन नहीं हैं।