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'राम मंदिर निर्माण के बाद देश को मिली असली आजादी…', RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कह दी ये बड़ी बात, सुनकर सनातनियों की छाती हो गई चौड़ी

BY: Sohail Rahman • LAST UPDATED : January 14, 2025, 11:09 am IST
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'राम मंदिर निर्माण के बाद देश को मिली असली आजादी…', RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कह दी ये बड़ी बात, सुनकर सनातनियों की छाती हो गई चौड़ी

RSS Chief Mohan Bhagwat (आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत)

India News (इंडिया न्यूज), RSS Chief Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार (13 जनवरी, 2025) को अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक को भारत की “सच्ची स्वतंत्रता” बताया। इंदौर में एक कार्यक्रम में बोलते हुए भागवत ने सुझाव दिया कि इस तिथि को “प्रतिष्ठा द्वादशी” के रूप में मनाया जाना चाहिए, जो सदियों के “परचक्र” (विदेशी आक्रमण) के बाद भारत की संप्रभुता की स्थापना का प्रतीक है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, राम लला की मूर्ति का भव्य अभिषेक समारोह 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में आयोजित किया गया था। हालांकि, हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार, इस आयोजन की पहली वर्षगांठ 11 जनवरी, 2025 को पड़ रही है। 

मोहन भागवत ने कही ये बात

भागवत ने बताया कि राम मंदिर आंदोलन किसी का विरोध करने का प्रयास नहीं था, बल्कि भारत के “स्व” को जगाने का प्रयास था, जिससे राष्ट्र स्वतंत्र रूप से खड़ा हो सके और दुनिया का मार्गदर्शन कर सके। बता दें कि, आरएसएस प्रमुख श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को प्रतिष्ठित “राष्ट्रीय देवी अहिल्या पुरस्कार” प्रदान करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे। मंदिर निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले राय ने मंदिर को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताते हुए इस पुरस्कार को राम मंदिर आंदोलन में योगदान देने वाले सभी व्यक्तियों को समर्पित किया। 

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चंपत राय ने कही ये बात

आंदोलन के दौरान सामने आई चुनौतियों पर विचार करते हुए राय ने मंदिर को “हिंदुस्तान की मूंछ” कहा और इसके निर्माण में शामिल होने के लिए आभार व्यक्त किया। इंदौर स्थित श्री अहिल्योत्सव समिति द्वारा स्थापित राष्ट्रीय देवी अहिल्या पुरस्कार, विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में योगदान को मान्यता देने वाला एक वार्षिक सम्मान है। पिछले प्राप्तकर्ताओं में नानाजी देशमुख, विजया राजे सिंधिया, रघुनाथ अनंत माशेलकर और सुधा मूर्ति जैसे दिग्गज शामिल हैं। 

सुमित्रा महाजन ने की ये घोषणा

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और श्री अहिल्योत्सव समिति की अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इंदौर में होलकर राजवंश की प्रतिष्ठित शासक देवी अहिल्याबाई होलकर को समर्पित एक भव्य स्मारक बनाने की योजना की घोषणा की। स्मारक का उद्देश्य लोगों को उनके जीवन और विरासत से परिचित कराना है। भागवत ने मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पूरे देश में प्रदर्शित एकता और सद्भाव का भी उल्लेख किया, राष्ट्रीय गौरव और सांस्कृतिक पुनरुत्थान के क्षण के रूप में इसके महत्व को रेखांकित किया।

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Champat RaiMohan Bhagwat

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