इंडिया न्यूज, मास्को:
Russia Accepts Big Damage In Ukraine रूस (russia) ने यूक्रेन (ukraine) पर सैन्य कार्रवाई के 43वें दिन यह बात स्वीकार की है कि उसे यूक्रेन से कड़ा मुकाबला यानी कड़ा प्रतिरोध मिल रहा है और उसके सैनिकों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। 24 फरवरी को यूक्रेन (ukraine) पर आक्रमण करने के बाद पहली बार क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने यह बात कही है।
मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने इस जंग को अब तक की सबसे निराशाजनक जंग माना है। दमित्री पेस्कोव ने कहा, जंग में रूस के भी सैनिकों की मौत हुई है जिसकी संख्या काफी ज्यादा है और यह हमारे लिए बड़ी त्रासदी है। युद्ध अपराध मामले को खत्म करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के रुख को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने साफ कहा कि इसकी कोई संभावना नहीं है।
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बता दें कि आज युद्ध का 44वां दिन है और अब तक दोनों देशों के बीच हुई कई दौर की वार्ताओं का परिणाम जीरो रहा है। यूक्रेन के हालात बद से बदतर हो चुके हैं। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने कहा है कि बोरोड्यांका शहर स्थिति बूचा से भी खराब हो चुकी है। हालांकि इस बीच भी खबर है कि यूक्रेन सेना ने बोरोड्यांका शहर को रूस के कब्जे से मुक्त करवा लिया है।
यूक्रेन के इरपिन शहर की स्थिति खराब होती देख वहां तीन दिन का कर्फ्यू लगा दिया गया है ताकि कोई जनहानि न हो। इरपिन के मेयर के ऐलान के अनुसार आज रात नौ से 11 अप्रैल सुबह नौ बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा। कर्फ्यू के दौरान शहर में किसी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। उधर जेलेंस्की ने रूस की सेना और रूस को मानव सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। इस बीच कल हुई वोटिंग में युद्ध अपराधों के आरोपी रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने परिषद से बाहर कर दिया है।