Russia Ukraine War Vs Mariupol : यूक्रेन का मारियुपोल शहर पुतिन के लिए क्यों जरूरी है? - India News
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Russia Ukraine War Vs Mariupol : यूक्रेन का मारियुपोल शहर पुतिन के लिए क्यों जरूरी है?

Suman Tiwari • LAST UPDATED : March 24, 2022, 1:51 pm IST
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Russia Ukraine War Vs Mariupol :  यूक्रेन का मारियुपोल शहर पुतिन के लिए क्यों जरूरी है?

Russia Ukraine War Vs Mariupol

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Russia Ukraine War Vs Mariupol :
यूक्रेन के पोर्ट शहर के मारियुपोल पर रूसी सेना अपनी सबसे दमदार मिसाइलें दाग रही है। यूक्रेन को रूस ने लभगभ 90 फीसदी तक बर्बाद कर दिया है। यूक्रेन के शहर का संपर्क भी बाहरी दुनिया से कट गया है। अब सवाल ये उठता है कि क्यों रूस के लिए मारियुपोल महत्वपूर्ण है। क्या यूक्रेन रूस के आगे झुकने को मजबूर होगा। क्यों रूस यूक्रेन के छोटे-छोटे शहरों को अपना निशाना बना रहा है।

क्यों रूस मारियुपोल पर कब्जा चाहता है? 

Russia Ukraine War Vs Mariupol

 

 

आपको बता दें कि 2014 में क्रीमिया पर कब्जे के बाद से यूक्रेन का मारियुपोल शहर की भौगोलिक स्थिति रूस के लिए रणनीतिक रूप से अहम है। यूक्रेन का मारियुपोल शहर रूस की सीमा के काफी नजदीक है और यह एजोव सी के पास स्थित है। रूस लगातार अपने सैनिकों को पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में मौजूद अलगाववादियों से जोड़ने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में रूस के लिए मारियुपोल पर कब्जा करना जरूरी है। मारियुपोल पर कब्जे के बाद रूस मॉस्को को डोनबास के डोनेट्स्क और लुहान्स्क से क्रीमिया को जोड़ने के लिए एक ब्रिज बना सकता है। रूस ने यूक्रेन के डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों को स्वतंत्र देश की मान्यता दी है।

क्यों यूक्रेन बचाना चाहता है मारियुपोल को ?

Russia Ukraine War Vs Mariupol

 

  • यदि मारियुपोल पर कब्जा होता है तो क्रीमिया में मौजूद रूसी सेना और डोनबास में रूस समर्थन विद्रोही एक साथ मिलकर पूर्वी यूक्रेन पर अपनी पकड़ मजबूत कर सकेंगे। यूक्रेन इसीलिए इस शहर को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रहा है और बीते तीन सप्ताहा से यूक्रेन की सेना ने रूसी बलों को शहर पर कब्जा करने से रोका है। इसी के चलते रूसी कमांडरों ने अब इस शहर की जबरदस्त तरीके से घेराबंदी कर दी है।
  • रूस इस शहर पर लगातार टैंकों, रॉकेट और मिसाइलों से हमला कर रहा है। इसके चलते 90 फीसदी मारियुपोल शहर तबाह हो गया है। रूस ने यहां पर हमले के जरिए बिजली, हीटिंग, ताजा पानी, खाना और दवाओं की आपूर्ति ठप कर दी है। रूस इसके लिए भी यूक्रेन को जिम्मेदार ठहरा रहा है।
  • रूस का कहना है कि यूक्रेन ने 21 मार्च की सुबह 5 बजे तक की समय सीमा में सरेंडर करने से इनकार कर दिया है। वहीं यूक्रेन का कहना है कि आखिरी सैनिक तक वह इस शहर की रक्षा करता रहेगा। रूसी बल धीरे-धीरे शहर के केंद्र की ओर बढ़ रहे हैं और शांति समझौता नहीं होने की स्थिति में माना जा रहा है कि रूस अब मारियुपोल में बमबारी और बढ़ा सकता है।

क्या मारियुपोल पर कब्जे से यूक्रेन की इकोनॉमी तबाह होगी ?

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  • एक्सपर्ट्स का कहना है कि मारियुपोल पर कब्जा होने से यूक्रेन की इकोनॉमी को बड़ा झटका लगेगा। इसका सबसे बड़ा कारण है कि इस शहर पर कब्जा होने से रूस के पास ब्लैक सी से सटे यूक्रेन के 80 फीसीद तटीय क्षेत्र होंगे। साथ ही यूक्रेन दुनिया से कट जाएगा जो उसके लिए बड़ी हार होगी। मारियुपोल पोर्ट शहर है और इस पर कब्जे से एजोव सी के जरिए होने वाले समुद्री कारोबार पर मॉस्को का कब्जा हो जाएगा। मारियुपोल लंबे समय से एजोव सी पर रणनीतिक रूप से अहम पोर्ट यानी बंदरगाह रहा है और यह इसे ब्लैक सी यानी काला सागर से जोड़ता है।
  • मारियुपोल बंदरगाह 10 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक कार्गो को हैंडल करता है। साथ माल ढुलाई के मामले में बहुत ही महत्वपूर्ण बंदरगाह है। मारियुपोल पर कब्जा होने का मतलब है कि यूक्रेन एजोव सी के तटों को खो देगा। मारियुपोल पर कब्जे से रूस को समुद्री व्यापार करना आसान होगा।
  • क्योंकि अभी इस क्षेत्र में रोस्तोव-आन-डॉन और येस्क जैसे जो बंदरगाह हैं उनमें मारियुपोल जितनी क्षमता नहीं है। जबकि मारियुपोल पर कंट्रोल होने पर रूस डोनबास और क्रीमिया के बीच लॉजिस्टिक सपोर्ट आसानी से पहुंचा सकेगा। इसके अलावा यदि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध कुछ और हफ्तों तक चलता है तो मारियुपोल यूक्रेन में रूसी लड़ाकों को सहायता और आपूर्ति प्रदान करने में मददगार साबित हो सकता है।

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क्या रूस मारियुपोल के जरिए मानसिक बढ़त हासिल कर सकता है?

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  • रूस मारियुपोल पर कब्जा कर यूक्रेन पर मानसिक बढ़त भी हासिल कर सकता है। इससे दोनों देशों की सेनाओं के मनोबल पर भी असर पड़ेगा। राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन यूक्रेन के ब्लैक सी के तटीय इलाके को नोवोरशिया यानी नया रूस का हिस्सा मानते हैं। रूसी साम्राज्य ने 18वीं शताब्दी में आॅटोमन साम्राज्य के साथ हुए कई युद्धों में दक्षिण में ओडेसा से लेकर पूर्व में लुहान्स्क वाले यूक्रेनी क्षेत्र को हासिल किया था और इसे नोवोरशिया यानी नया रूस कहा गया।
  • सोवियत यूनियन के समय नोवोरशिया का ज्यादातर हिस्सा यूके्रनियन सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक का हिस्सा था, जो कि आगे चलकर आधुनिक युग का यूक्रेन बना। पुतिन एक बार फिर से लोगों में ये भावना जागृत कराना चाहते हैं कि मॉस्को की कार्रवाई पश्चिम समर्थिक यूक्रेन सरकार के अत्याचारों से रूसियों को बचाने के लिए है। ऐसे में मारियुपोल में जीत के बाद पुतिन अपनी जनता से ये कह सकेंगे कि रूस अपने लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

क्या मारियुपोल यूक्रेन का औद्योगिक केंद्र है?

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  • बताया जाता है कि मारियुपोल पोर्ट शहर यूक्रेन का एक अहम औद्योगिक केंद्र है। यहां पर 50 से अधिक औद्योगिक साइट्स हैं। यहां पर बड़े स्तर पर स्टील से जुड़ा काम होता है। यूक्रेन से स्टील, कोयला और कॉर्न मारियुपोल से ही मिडिल ईस्ट और अन्य जगहों को निर्यात किया जाता था। यहां पर स्टील की दो बड़ी कंपनियां हैं। इनके नाम इलीच स्टील एंड आयरन वर्क्स और एजोवस्टल हैं।
  • यूक्रेन के कुल स्टील के एक बड़े हिस्से का उत्पादन यहीं से होता है। वहीं रूस के हमले में एजोवस्टल को काफी नुकसान भी पहुंचा है। एजोवस्टल यूरोप की सबसे बड़ी स्टील कंपनियों में से एक है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि रूस इन उद्योगों पर कब्जा करके यूक्रेन को आर्थिक रूप से तबाह करना चाहता है। साथ ही इससे यूक्रेन के सरेंडर करने की संभावना भी बढ़ सकती है। Russia Ukraine War Vs Mariupol

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