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इंडिया न्यूज, श्रीनगर:
Salute The Spirit Of Indian Army जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना (Indian Army) एक बार फिर गंभीर रूप से बीमार महिला के लिए देवदूत (angel for woman) बनकार आई। बर्फ के बीच लगभग डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर पीड़िता को सेना के जवानों ने अस्पताल पहुंचाया। अगर समय पर महिला को इलाज नहीं मिलता तो उसकी जान जा सकती थी। घटना उत्तरी कश्मीर के बांदीपुरा (bandipura) की है। यहां नियंत्रण रेखा (LOC) से सटे बारूब इलाके (barub area) में फजली बेगम (Fazli Begum) नाम की महिला की हालत गंभीर हो गई थी। उसका पति अब्दुल कबीर नाइक (Abdul Kabir Naik) उसके बचने की उम्मीद छोड़ चृुका था। अब महिला के स्वास्थ्य में लगातार सुधार है।
चिकित्सकों ने अब्दुल को फजली बेगम को जिला अस्पताल या घाटी के किसी दूसरे बड़े अस्पताल में जल्द ले जाने की सलाह दी थी, लेकिन बर्फ इतनी ज्यादा थी कि महिला को अस्पताल ले जाना बहुत कठिन था। अब्दुल के घर के आसपास दूर-दूर तक इलाके में अब भी बर्फ है और सड़कें बंद पड़ी हैं। अगर हेलिकॉप्टर का प्रबंध भी हो जाता तो अब्दुल को अपनी पत्नी को हेलीपैड तक पहुंचना मुश्किल था, क्योंकि हेलीपैड के रास्ते में भी बर्फ जमी थी। अब्दुल का कोई पड़ोसी भी बीमार महिला को लेकर बर्फ में पैदल चलने को तैयार नहीं था। इसका कारण रास्ते में हिमस्खलन का खतरा भी था।
अब्दुल को चारों तरफ से निराशा मिलने पर निकटवर्ती सैन्य शिविर का ख्याल आया और वह वहां पहुंचा। अब्दुल ने वहां मौजूद सेना के जवानों को समस्या बताई। उसने कहा कि पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है और अगर उसे समय रहते अस्पताल नहीं पहुंचाया गया तो वह गांव में ही दम तोड़ देगी। सेना के जवान सुनकर उसी समय अपने साजो सामान के साथ अब्दुल संग एक सैन्य डॉक्टर के साथ बर्फ के बीच पैदल चलकर उसके गांव बारूब आ गए। फिर उन्होंने फजली को स्ट्रेचर पर लिटाया और फिर बर्फ में करीब डेढ़ किलोमीटर तक स्ट्रेचर पर ही उसे लेकर पैदल निकटवर्ती हेलीपैड तक पहुंचे। इसके बाद अब्दुल हेलिकॉप्टर से फजली को लेकर जिला अस्पताल बांदीपुरा पहुंचा।
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के एक गांव से सेना के जवानों ने खराब मौसम और भारी बर्फबारी के बीच एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया था। महिला को प्रसव पीड़ा होने पर स्थानीय लोगों ने सेना से मदद मांगी थी। इसके बाद चिनार कोर की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्ट्रेचर से महिला को बाहर निकाला और भारी बर्फबारी के बीच पैदल चलकर उसे सकुशल अस्पताल पहुंचा दिया।
बारामुला के जबरी गांव में इसी तीन फरवरी को सेना के जवानों ने गर्भवती महिला को खराब मौसम और भारी बर्फबारी के बीच समय पर अस्पताल पहुंचाया। महिला को समस्या होने पर तड़के सेना के पास फोन कॉल आई थी। इसके बाद पोस्ट कमांडर के नेतृत्व में जिप्सी में चिकित्सा बचाव दल मौके पर पहुंचा और पीएचसी बोनियार से संपर्क कर गर्भवती की जानकारी दी गई। खराब मौसम के बावजूद सेना का बचाव दल समय पर पीएचसी पहुंचा और गर्भवती को भर्ती कराया।
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