संबंधित खबरें
‘कुछ लोग खुश है तो…’, महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारें के बाद अजित पवार ने कह दी ये बड़ी बात, आखिर किस नेता पर है इनका इशारा?
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
मिल गया जयपुर गैस टैंकर हादसे का हैवान? जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस रह गई हैरान
भारत बनाने जा रहा ऐसा हथियार, धूल फांकता नजर आएगा चीन-पाकिस्तान, PM Modi के इस मास्टर स्ट्रोक से थर-थर कांपने लगे Yunus
‘जर्सी नंबर 99 की कमी खलेगी…’, अश्विन के सन्यास से चौंक गए PM Modi, कह दी ये बड़ी बात, क्रिकेट प्रशसंक भी रह गए हैरान
India News(इंडिया न्यूज), Sam Pitroda: लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तराधिकार कर जैसे विवादित प्रस्ताव को पेश करने वाले सैम पित्रोदा ने अब ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। आपको बता दें कि लगातार विपक्ष इन पर सवाल उठाता आया ही है जिसकी वजह से ईवीएम का मुद्दा विवादास्पद रहा है। इस बीच सैम पित्रोदा ने इस पर क्या बयान दिया है, हम आपको इस खबर में बताने जा रहे हैं।
सैम पित्रोदा ने ट्विटर पर लिखा, कि ‘मैंने 60 साल से ज्यादा समय तक इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकॉम जैसे सेक्टर में काम किया है। मैंने ईवीएम की व्यवस्था का विस्तार से अध्ययन किया है। मेरा मानना है कि इनसे छेड़छाड़ की जा सकती है। सबसे अच्छा होगा कि चुनाव बैलेट पेपर से ही कराए जाएं और इनकी गिनती करके जीत-हार तय की जाए।’ इस बीच, चुनाव आयोग ने मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर ईवीएम हैकिंग के आरोपों पर भी जवाब दिया है। आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि ईवीएम बिल्कुल अलग चीज है।
यह इलेक्ट्रॉनिक या इंटरनेट जैसी किसी चीज से जुड़ी नहीं होती। इस वजह से इसे हैक नहीं किया जा सकता। इसके अलावा इसे अनलॉक करने के लिए ओटीपी की जरूरत वाला दावा भी गलत है। इस बीच, भाजपा ने चुनाव आयोग से ईवीएम को बदनाम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। आपको बता दें कि यह विवाद एक मीडिया रिपोर्ट से शुरू हुआ था।
Immune System: आपके प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर बनाती हैं ये 5 आदतें, अभी करें इसका उपाय-Indianews
इसमें दावा किया गया था कि मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट के उम्मीदवार रवींद्र वायकर के एक रिश्तेदार ने ईवीएम को मोबाइल से कनेक्ट कर दिया था। यह 4 जून को हुआ, जिस दिन चुनाव के नतीजे घोषित होने थे। इस चुनाव में रवींद्र वायकर 48 वोटों के मामूली अंतर से जीते थे। इस तरह यह दिखाने की कोशिश की गई कि मोबाइल के जरिए हैकिंग करके नतीजे बदले गए। अब जब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है तो चुनाव आयोग ने सफाई दी है कि ईवीएम में ओटीपी जैसी कोई व्यवस्था नहीं है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.