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India News (इंडिया न्यूज़), Sanatana Controversy: अयोध्या के संत परमहंस आचार्य ने तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन का सिर कटने वाले को 10 करोड़ रुपये इनाम देने की बात की है। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जून खरड़े के बेटे प्रियांक खरगे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उनकी तुलना कट्टरपंथियों से की।
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि अगर आप जान से मारने की धमकी देने जा रहे हैं या कुछ भी कहने वाले पर 10 करोड़ रुपये का इनाम रख रहे हैं, तो यह क्या है? आपमें और अन्य कट्टरपंथियों में क्या अंतर है? क्या आपका धर्म दया और समानता नहीं सिखाता।”
दरअसल, तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में सनतान धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी करते हुए सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बिमारियों से की थी। जिसके बाद ऊत्तर भारत की राजनीति में इस बयान को लेकर गर्मा गर्मी देखने को मिल रही है। DMK नेता के बयान को लेकर बीजेपी विपक्षी गठबंधन पर भी जमकर हमले कर रही है।
सनतन धर्म को लेकर उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी पर मगंलवार को अयोध्या के संत परमहंस आचार्य ने मीडिया से बात करते हुए क्रोधित स्वरों से कहा कि,”अगर 10 करोड़ रुपये उनका सिर काटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, तो मैं इनाम बढ़ा दूंगा, लेकिन ‘सनातन धर्म’ का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में जो भी विकास हुआ है वह ‘सनातन धर्म’ की वजह से हुआ है। उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने देश के 100 करोड़ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
तमिलाडू सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने दो दिन पहले सनातन उन्मूलन सम्मेलन में हुए कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें ही खत्म किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे खत्म करना होगा। खेल विकास मंत्री ने आगे कहा कि सनातन नाम संस्कृत का है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।
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