India News

Sudan Food Crisis: सूडान पर छाया गंभीर भूख संकट, जीवित रहने के लिए मिट्टी और पत्तियां खाने को मजबूर लोग -India News

India News (इंडिया न्यूज), Sudan Food Crisis: सूडान में चल रहे गृहयुद्ध की वजह से गंभीर खाद्य संकट पैदा हो गया है। कुछ क्षेत्रों में लोग जीवित रहने के लिए मिट्टी और पत्तियां खाने जैसे चरम उपायों का सहारा ले रहे हैं। उत्तरी दारफुर में अल लाट शरणार्थी शिविर में गारंग अचिएन अकोक और उनके परिवार सहित विस्थापित लोगों की आमद देखी गई है, जो अरब मिलिशिया द्वारा हमला किए जाने के बाद अपने गांव से भाग गए थे। कोई काम न होने और सीमित भोजन की वजह से अकोक का परिवार कभी-कभी कई दिन बिना कुछ खाए गुज़ारता है। जिससे उन्हें भुखमरी से बचने के लिए मिट्टी खाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

गृहयुद्ध की वजह से गहराया संकट

बता दें कि, सूडान में भूख और भुखमरी फैल रही है क्योंकि सूडानी सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच लड़ाई जारी है। कृषि तबाह हो गई है, किसानों की फसलें आरएसएफ द्वारा चुरा ली गई हैं और हिंसा के कारण कई लोग अपनी जमीनें छोड़कर भाग गए हैं। विस्थापितों के बीच मलेरिया और अन्य बीमारियाँ फैल रही हैं, जबकि प्रमुख सहायता केंद्रों को आरएसएफ और उसके सहयोगी मिलिशिया द्वारा लूट लिया गया है। दरअसल, जिन इलाकों में भुखमरी शुरू हो गई है, वहां लोगों तक सेना अंतरराष्ट्रीय मदद पहुंचने से रोक रही है। खाद्य संकट सूडान में सभी सामाजिक-आर्थिक वर्गों के लोगों को प्रभावित कर रहा है। खार्तूम के मध्यवर्गीय इलाकों में लीना मोहम्मद हसन और उनका परिवार जैसे निवासी लड़ाई में फंस गए हैं और दाल और चावल की सीमित आपूर्ति पर जीवित हैं।

Paragliding Crash: अमेरिका में पैराग्लाइडिंग के दौरान बड़ा हादसा, यूट्यूबर की गर्दन और पीठ की टूटी हड्डी -India News

भुखमरी से सूडान में बड़ा संकट

बता दें कि, सूडान के ब्रेडबास्केट क्षेत्रों में अराजकता खाद्य संकट को बढ़ा रही है। एल गीज़िरा में जो सूडान के गेहूं उत्पादन का आधे से अधिक हिस्सा है।आरएसएफ फसलों को लूट रहा है और कृषि उपकरणों को नष्ट कर रहा है। इससे किसान नई फसलों का वित्तपोषण करने में असमर्थ हो गए हैं और क्षेत्र की भोजन पैदा करने की क्षमता कमजोर हो गई है। इस लड़ाई में आटा मिलें, खाद्य कारखाने और खेत भी नष्ट हो गए हैं। जिसमें सूडान की एकमात्र फैक्ट्री भी शामिल है जो कुपोषित बच्चों के लिए चिकित्सा भोजन का उत्पादन करती थी। जैसे-जैसे भूख का संकट गहराता जा रहा है, अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियां सबसे अधिक जरूरतमंद क्षेत्रों में भोजन और चिकित्सा आपूर्ति पहुंचाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। सूडानी सेना ने युद्ध के हथियार के रूप में भोजन का उपयोग करके आरएसएफ-नियंत्रित क्षेत्रों तक सहायता पहुंचाना कठिन बना दिया है।

International Students: अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए कनाडा में बड़ा बदलाव, सप्ताह में अधिकतम 24 घंटे कैंपस के बाहर करना होगा काम -India News

Raunak Pandey

रौनक पांडे बिहार की माटी से निकलकर दिल्ली में पत्रकारिता को सीख और समझ रहे हैं. पिछले 1.5 साल से डिजिटल मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर सक्रिय हैं। अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय राजनीति पर लिखना पसंद है.

Recent Posts

सड़ने लगी है किडनी, कोने-कोने में जम गया है मैल? अनहोनी होने पहले हो जाएं सावधान, वरना होगा ऐसा हाल!

Kidney Problem Symptoms: किडनी हमारे शरीर का फिल्टर है। अगर हमारी किडनियां काम करना बंद…

9 minutes ago

क्या आने वाले समय राष्ट्रपति बनेंगे एलन मस्क? इस सवाल का ट्रंप ने दिया ऐसा जवाब, हिल गए बाकी देश

ट्रंप आलोचना का जवाब दे रहे थे, खासकर डेमोक्रेटिक कैंप से, जिसमें टेक अरबपति और…

30 minutes ago

दक्षिण अमेरिकी देश में हुआ जयपुर जैसा अग्निकांड, हादसे में 30 से ज़्यादा लोगों की हुई मौत, जाने कैसे हुई दुर्घटना

अग्निशमन कर्मियों ने बताया कि बस का टायर फट गया था, जिससे चालक ने नियंत्रण…

1 hour ago

यमुना नदी पर नया पुल तैयार, महीने भर बाद ट्रेनों को मिलेगी रफ्तार, 1866 में हुआ था पुराने पुल का निर्माण

India News (इंडिया न्यूज),Delhi: यमुना पर लोहे के पुराने पुल के बराबर में निर्माणाधीन नए…

3 hours ago