संबंधित खबरें
शादी में दूल्हन को छोड़…मिनी ट्रक के पीछे क्यों भागने लगा दूल्हा, वीडियो देख नहीं होगा आंखों पर विश्वास
अग्रेंजी बोलने वाला इंजीनियर सड़कों पर मांग रहा भीख, मां बाप को खोने के बाद हुआ ऐसा हाल, वीडियो देखने वाले रो पड़े
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू, अडानी-मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष कर सकता है चर्चा की मांग, जानें किन बिलों को लाने की तैयारी में केंद्र सरकार
इस राजपूत राजा ने सबसे पहले मुगलों में की थी अपनी बटी की शादी, आमेर किला नहीं एक रहस्यमयी इतिहास! जाने क्या इसके पिछे की कहानी?
'सांसद होकर दंगे के लिए….' संभल हिंसा पर भड़के नरसिंहानंद सरस्वती, सांसद जियाउर्रहमान को दी गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी!
गूगल मैप्स के सहारे कार में सफर कर रहे थे 3 लोग, अधूरे फ्लाईओवर में जा घुसी गाड़ी, फिर जो हुआ…सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा
India News (इंडिया न्यूज), Sharad Pawar on Maharashtra Results: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजें सामने आ चुके हैं। जहां महायुति (बीजेपी- 132, शिवसेना (शिंदे)- 57 और एनसीपी (अजित)- 41 सीटें) ने बंपर जीत हासिल की है। इस तरह से महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीट में से 230 सीटें जीतकर महायुति ने इतिहास रच दिया है। वहीं महा विकास अघाड़ी (शिवसेना (यूबीटी)- 20 सीटें, कांग्रेस- 16 सीटें और एनसीपी (एसपी)- 10 सीटें) ने बेहद ख़राब प्रदर्शन करते हुए 56 सीटें जीती हैं। इस बीच एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने रविवार (24 नवंबर) को कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे अप्रत्याशित थे, जिसमें महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को करारी हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह लोगों द्वारा दिया गया निर्णय था।
बता दें कि, विधानसभा चुनावों में एमवीए की करारी हार के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में एनसीपी (एसपी) के नेता शरद पवार ने स्वीकार किया कि उनके भतीजे अजित पवार ने 288 विधानसभा सीटों में से 41 सीटें जीतीं। साथ ही उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि एनसीपी की स्थापना किसने की थी। उन्होंने कहा कि यह हमारे द्वारा अपेक्षित निर्णय नहीं था। यह लोगों द्वारा दिया गया निर्णय है। मुझे यह स्वीकार करना होगा कि अजित पवार को हमसे अधिक सीटें मिली हैं, लेकिन महाराष्ट्र जानता है कि एनसीपी का संस्थापक कौन है।
दरअसल, शरद पवार के एनसीपी गुट को केवल 10 सीटें मिलीं, जो 1999 में पार्टी (तब अविभाजित) की स्थापना के बाद से इसका सबसे खराब प्रदर्शन था। पिछले साल जुलाई में एनसीपी का विभाजन हो गया था, जब अजित पवार और उनके प्रति वफादार विधायकों के एक समूह ने शरद पवार के खिलाफ विद्रोह कर दिया था।
83 वर्षीय शरद पवार ने कुछ एनसीपी नेताओं द्वारा उन्हें रिटायर होने के लिए कहने पर कहा कि वे तय नहीं कर सकते कि मुझे क्या करना चाहिए। मेरे सहयोगी और मैं तय करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने मतदान के दौरान इस तरह के धनबल का इस्तेमाल कभी नहीं देखा और कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गढ़े गए नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ ने चुनावी माहौल को ध्रुवीकृत कर दिया। उन्होंने आगे कहा कि मैंने लोगों से सुना है कि इस तरह के धनबल का इस्तेमाल पहले कभी नहीं देखा गया। जिस तरह से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने टिप्पणी की, उससे यह स्पष्ट था कि वे ध्रुवीकरण करना चाहते थे। चुनाव में ध्रुवीकरण हुआ और उन्हें इसके लिए यहां (महाराष्ट्र में) लाया गया।
दरअसल, ईवीएम में गड़बड़ी के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार ने कहा कि मैंने कुछ सहयोगियों से इसके बारे में सुना, लेकिन मेरे पास इसकी प्रामाणिकता नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि एमवीए लोगों से उनकी चिंताओं के बारे में चर्चा करेगा। उन्होंने आगे कहा कि हमें प्रचार के दौरान लोगों से प्रतिक्रिया मिली थी, लेकिन हमें नहीं पता था कि यह वोट में नहीं बदलेगी। उन्होंने आगे कहा कि सोमवार (25 नवंबर) को नवनिर्वाचित एनसीपी (एसपी) विधायकों की बैठक होगी। इसके अलावा शरद पवार ने जोर देकर कहा कि एमवीए सहयोगियों के बीच समन्वय की कोई कमी नहीं है। साथ ही कहा कि हम फिर से नए उत्साह के साथ लोगों के पास जाएगा।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.