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Shivsena Row: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हाथ से अब शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न छीनने के बाद भी एकनाथ शिंदे शांत नहीं बैठे हैं। शिवसेना को लेकर चुनाव आयोग द्वारा किए गए फैसले को कायम रखने के लिए शिंदे हर एक चाल चल रहे हैं। खबर के मुताबिक, अब एकनाथ शिंदे ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट याचिका भी दायर कर दी है।
शिंदे गुट द्वारा दायर की गई इस याचिका में यह कहा गया है कि उद्धव गुट चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष गुहार लगा सकता है। इस मामले में अदालत कोई भी फैसला सुनाने से पहले महाराष्ट्र सरकार की दलील भी सुने।
बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना को लेकर किए गए फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट जाने के संकेत दिए थे। कहा जा रहा है कि ठाकरे गुट सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के इस फैसले को चुनौती दे सकता है। मगर ठाकरे गुट से पहले ही शिंदे खेमा आज सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।
शिवसेना की शाखाओं को पार्टी की रीढ़ माना जाता है। जब तक पार्टी की शाखाएं हैं, महाराष्ट्र की राजनीति में ठाकरे परिवार कभी भी अपनी वापसी कर सकता है। ऐसे में अब शिंदे गुट इसी परनजर बनाए हुए है। वह चरणबद्ध तरीके से धीरे-धीरे करके इन शाखाओं पर कब्जा कर सकता है।
ऐसे ये बड़ा सवाल है, शिवसेना का केंद्रीय कार्यालय दादर स्थित शिवसेना भवन किसका होगा। इस भवन की मार्केट वेल्यू 300 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। ऐसे ही सवाल विधान भवन स्थित कार्यालय और प्रदेश कार्यालय शिवालय को लेकर भी उठ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, शिवसेना भवन शिवाई ट्रस्ट का है, इस भवन के अध्यक्ष लीलाधर डाके हैं। जिसके चलते शिवसेना भवन पर उद्धव ठाकरे का कब्जा बरकरार रहने की संभावना है।
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