होम / Sikkim flood: सिक्किम में भीषण बाढ़ हादसा के बाद, इसरो सैटेलाइट तस्वीरें जारी करते हुए किया ये बड़ा खुलासा

Sikkim flood: सिक्किम में भीषण बाढ़ हादसा के बाद, इसरो सैटेलाइट तस्वीरें जारी करते हुए किया ये बड़ा खुलासा

Himanshu Pandey • LAST UPDATED : October 5, 2023, 9:16 am IST

India News (इंडिया न्यूज), Sikkim flood: सिक्किम में झील फटने के बाद अचानक आई भीषण बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 पहुंच गई है, जबकि 80 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। सिक्किम सरकार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि मरने वालों में सभी नागरिक हैं। तीस्ता बांध में काम कर रहे करीब 14 मज़दूरों के अभी भी सुरंगों में फंसे होने की ख़बर है। बाढ़ के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में 3,000 से ज़्यादा पर्यटकों के फंसे होने की आशंका भी जताई जा रही है। तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने के कारण ल्होनक झील का लगभग 65 प्रतिशत हिस्सा बह गया है।

इसरो ने जारी की सैटेलाइट से ली गईं तस्वीरें

इस बीच, इसरो ने अपने राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग सेंटर द्वारा सिक्किम में ल्होनक झील के फटने की उपग्रह द्वारा ली गई तस्वीरें जारी की हैं और इस त्रास्दी को समझाने की कोशिश भी की है। इसरो ने एक बयान में कहा है कि सैटेलाइट से ली गईं तस्वीरों से पता चलता है कि ल्होनक झील फटने के कारण लगभग 105 हेक्टेयर क्षेत्र बह गया है, जिससे निचले इलाकों में काफी दूर तक अचानक बाढ़ आ गई ।

ISRO satellite image of South Lhonak lake outburst in Sikkim Flood Updates

Sikkim Flood:सिक्किम में झील फटने के बाद कैसे मची तबाही, इसरो ने सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों से समझाया - Isro Satellite Image Of South Lhonak Lake Outburst In Sikkim Flood Updates -

अंतरिक्ष एजेंसी ने क्या कहा?

इसरो ने 17 सितंबर, 28 सितंबर (त्रासदी से पहले) और बुधवार सुबह छह बजे लिए गये फोटो को साझा किया है और 28 सितंबर को ली गई तस्वीर का चार अक्टूबर की तस्वीर से मिलान भी किया है। 17 सितंबर और 28 सितंबर को ली गई तस्वीरों में झील का क्षेत्रफल क्रमशः 162.7 और 167.4 हेक्टेयर दिखाई दे रहा है, जबकि त्रासदी के बाद की तस्वीर से पता चलता है कि झील का क्षेत्रफल आधे से भी कम बचा है और अब इसमें केवल लगभग 60.3 हेक्टेयर पानी बचा है। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि वह उपग्रह डेटा का उपयोग करके आगे भी झील पर नज़र बनाये रखेगी।

एनडीएमए ने अपने बयान में क्या कहा? 

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण यानी एनडीएमए ने कहा है कि सिक्किम में अचानक आई बाढ़ का कारण भारी बारिश और उत्तरी सिक्किम में साउथ ल्होनक झील में ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF)घटना का मेल हो सकता है। एनडीएमए ने अपने एक बयान में यह भी कहा है कि हिमालय पर्वतमाला में कई हिमनद झीलें मौजूद हैं। रिमोट सेंसिंग तकनीक के माध्यम से ये अनुमान लगाया गया है कि हिमालय पर्वतमाला में लगभग 7,500 झीलें हैं और इनमें से अकेले सिक्किम में लगभग 10 प्रतिशत हैं, जिनमें से लगभग 25 झीलों को जोखिम के रूप में माना जाता है।

फिलहाल वैज्ञानिक अचानक आई बाढ़ के सटीक कारण की जांच में जुटे हुए हैं, लेकिन अचानक आई बाढ़ का प्राथमिक कारण अधिक बारिश और उत्तरी सिक्किम में साउथ ल्होनक झील में जीएलओएफ घटना का संभावित संयोजन प्रतीत हो रहा है।

ये भी पढ़े

 

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Break-Up Punishment: अब प्यार में झूठा वादा करना पड़ेगा महंगा, ब्रेकअप पर मिलेगी इतनी साल की सजा
Gujarat Road Accident: कैला देवी दर्शन के लिए जा रहे परिवार के कार की ट्रक से भिषण टक्कर, 9 लोगों की मौत
Chandrayaan 3 की लैंडिंग वाली जगह से ISRO चीफ ने अगले मिशन को लेकर दी बड़ी खुशखबरी, जानिए क्या कहा..
Pakistan Blasphemy: पाकिस्तान में ईसाई धर्म के शख्स को मौत की सजा, सोशल मीडिया पर डाली थी ये पोस्ट
Sarkari Naukri Alert: 65 हजार से ज्यादा पदों पर बम्पर भर्ती, यहां करें आवेदन
तूफान के बीच बारबाडोस में फंसी टीम इंडिया, उड़ानें रद्द, खिलाड़ियों को वापस लाने के लिए BCCI का है ये प्लान
घर में लगा तो ली बजरंगबली की तस्वीर, लेकिन जान लीजिये सही दिशा नहीं तो उठाना पड़ जायेगा नुकसान
ADVERTISEMENT