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India News(इंडिया न्यूज), Sikkim Flood: मंगलवार (3 अक्टूबर) को नेपाल केंद्र के आस-पास आए भूकंप और बुधवार को उत्तरी सिक्किम के ल्होनक झील पर बादल फटने के कारण आई तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ की असली वजह वैज्ञानिकों ने पता लगाने की कोशिश की है। बता दें कि झील पर अचानक बादल के फटने से चुंगथांग बांध भी टूट गया था। जिसके कारण इलाके की तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ आ गई और 8 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 23 सुरक्षा कर्मी समेत 70 लोग लापता है।
इस मामले में हैदराबाद स्थित नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर द्वारा जारी सैटरलाइट इमेज से पता चला है कि 17 सितंबर को इसकी सीमा की तुलना में दक्षिणी ल्होनक झील का क्षेत्रफल 100 हेक्टेयर से अधिक कम हो गया है। इससे पता चलता है कि झील पर बादल के फटने से उत्तरी सिक्किम में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई।
अधिकारियों के मुताबिक, इस घटना में अब तक आठ लोगों की मौत हो गई और 23 सैन्यकर्मियों समेत 70 लोग लापता हैं। केंद्रीय जल आयोग (CWC) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताय कि, “नेपाल में आया भूकंप सिक्किम में अचानक आई बाढ़ का कारण हो सकता है। उनका कहना है कि, “झील पहले से ही असुरक्षित थी और 168 हेक्टेयर में फैली हुई थी। इसका क्षेत्रफल अब 60 हेक्टेयर कम हो गया है, इसलिए लगभग 100 हेक्टेयर पानी की मात्रा स्तर को तोड़ चुकी है।”
अधिकारी ने कहा कि, ” अभी यह पता लगाना मुश्किल है, लेकिन बादल फटने से ऐसे नतीजे नहीं आते। घटनास्थल पर गए कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि भूकंप के कारण वहां बाढ़ आई होगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ की चेतावनी बांग्लादेश के साथ भी साझा की गई है। नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी) उपग्रह इमेजरी से पता चला कि झील लगभग 162.7 हेक्टेयर में फैली हुई थी। 28 सितंबर को इसका क्षेत्रफल बढ़कर 167.4 हेक्टेयर हो गया और भारी गिरावट के साथ 60.3 हेक्टेयर रह गया।
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